आपदा के समय मदद करने वाले को ही दुनिया मानती है बहादुर
वैशाली। किसी भी आपदा अथवा दुर्घटना की स्थिति में मूकदर्शक बने रहने की बजाये जो आगे बढ़कर मदद करते है
वैशाली। किसी भी आपदा अथवा दुर्घटना की स्थिति में मूकदर्शक बने रहने की बजाये जो आगे बढ़कर मदद करते हैं, यह दुनिया उसे ही बहादुर मानती है। बुधवार को सोनपुर के नयागांव के शेख डुमरी के सामने गंगा नदी में हुई नाव दुर्घटना में इस कथन को सच कर दिखाया वहां के कुछ युवाओं ने। उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने जा रही छठ व्रतियों से लदी नाव के नदी में डूब जाने से एक तरफ जहां कोहराम मचा हुआ था, वहीं कुछ युवा अपनी जान की परवाह किए गए बगैर गंगा नदी में कूद गए और डूब रहे लोगों को बचाकर किनारे तक ले आए। बाद में अनुमंडल प्रशासन तथा एनडीआरएफ की टीम व गोताखोरों ने भी पहुंचकर बचाव कार्य चलाया।
इसकी जानकारी देते हुए एसडीओ मदन कुमार तथा बीडीओ प्रशांत कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि चतुरपुर के युवा शक्ति-महाशक्ति से जुड़े दीपक कुमार, आदित्य कुमार ¨सह, आलोक कुमार, सोनू तिवारी, प्रभु पासवान, जगटू ¨सह, मुरली कुमार, सरोज कुमार ¨सह, मनजीत ¨सह, भुटकु कुमार, शिव चरण सहनी तथा ¨पटू पासवान ने इस बचाव कार्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। अपनी जान पर खेल कर इन युवाओं ने डूबते लोगों को न केवल किनारे तक लाया, बल्कि अस्पताल तक भी पहुंचाया। इन युवाओं को इस कार्य के लिए जितनी भी सराहना की जाए, कम है। इस संस्था की स्थापना हरिओम ने की है। उक्त नाव दुर्घटना में दो बच्चियों की डूब कर मौत हो गई थी। शेष लोगों को बचाने में युवाओं का सहयोग प्रशंसनीय है।