आशा कार्यकर्ताओं को घोषित करें सरकारी सेवक
वैशाली। आशा कार्यकर्ता को सरकारी सेवक घोषित करने समेत अन्य 20 सूत्री मांगों को ले बिहार चिकित्सा एवं
वैशाली। आशा कार्यकर्ता को सरकारी सेवक घोषित करने समेत अन्य 20 सूत्री मांगों को ले बिहार चिकित्सा एवं जन-स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले आशा, ममता एवं कुरियर कर्मियों ने सोमवार को सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद कर्मचारी संघ के एक प्रतिनिधि ने सिविल सर्जन से मिलकर अपनी 20 सूत्री मांगों का एक ज्ञापन उन्हें दिया। मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में आशा कार्यकर्ता को सरकारी सेवक घोषित करने, सरकारी सेवक घोषित होने तक न्यूनतम वैधानिक मजदूरी पंद्रह हजार रूपये मासिक भुगतान करने, एएनएम के तर्ज पर अल्प अवधि प्रशिक्षण देकर एक हजार की आबादी पर आशा को स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में नियमित कार्य की गारंटी की जाने के साथ-साथ सभी प्रकार की सामाजिक सुरक्षा लाभ देने, अन्य राज्यों की तरह तत्काल प्रभाव से मानदेय का भुगतान सुनिश्चित करने एवं स्वास्थ्य सेवा के निजीकरण पर पूर्णतया रोक लगाने आदि मांग शामिल है। इस मौके पर आशा कार्यकर्ताओं ने 1 सितम्बर पूरे शहर में मशाल जुलूस निकालने का निर्णय लिया। साथ ही 2 सितम्बर होने वाली देश व्यापी हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया। धरना व प्रदर्शन कार्यक्रम में बिहार चिकित्सा एवं जन-स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला मंत्री बीरेंद्र कुमार, शंकर कुमार गुप्ता, राजेश रंजन, राकेश कुमार ¨सह, धीरेंद्र कुमार, संजय कुमार देवव्रत, अरूण कुमार ¨सह, कुरियर के जिला संयोजक शिवनाथ साह, मनीष कुमार, संतोष कुमार, सुरेंद्र प्रसाद ¨सह, वीणा कुमारी, किरण कुमारी, नीलू कुमारी, प्रियंका, रागनी कुमारी, सुधा देवी, प्रमिला देवी, राधा देवी, रीना प्रसाद राय एवं अनिता देवी आदि शामिल थे।