पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा इस्माइलपुर : आईजी
बिदुपुर, निज प्रतिनिधि
बिदुपुर प्रखंड के इस्माइलपुर गांव में मुजफ्फरपुर के जोनल आईजी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कहा कि यहां विश्व का सबसे बड़े मंदिर का निर्माण होने से पर्यटक स्थल के रूप में यह क्षेत्र विकसित होगा। लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। मंदिर का निर्माण होना आसपास के लोगों के लिए वरदान साबित होगा।
उन्होंने इस मंदिर निर्माण की योजना की स्वीकृति देने एवं भूमि पूजन करने के लिए धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष आचार्य किशोर कुणाल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि शिर्डी धाम की तरह यह स्थल विकसित होगा। इस मंदिर के निर्माण होने से क्षेत्र शहर में तब्दील हो जाएगा। यह क्षेत्र राज्य की राजधानी पटना का अंग है और जिला मुख्यालय से पांच मीटर की दूरी पर स्थित है।
इस मंदिर का निर्माण होने से देश-विदेश के पर्यटक भगवान के दर्शन को यहां आएंगे। उन्होंने कहा कि सूर्यवर्मन द्वारा अंकोरवाट मंदिर का निर्माण कराया गया था। अब विश्व के लोग इस्माइलपुर स्थित मंदिर का दर्शन करने को आएंगे। विदित हो कि इस्माइलपुर वासी बाबा लक्ष्मण दास द्वारा राम-जानकी मठ की स्थापना की गयी थी। बाद में ब्रज मोहन दास महंथ हुए। उनके नाम पर दयालपुर में सरकारी डिग्री कालेज स्थापित है। उसके बाद महंथ शिवरतन दास हुए। उनके नाम पर इस्माइलपुर में ही इंटर स्तरीय महाविद्यालय है। सन 1987 में महावीर मंदिर पटना के महंथ राम गोपाल दास के नेतृत्व में इस मठ को दिया गया। उनकी मृत्यु गत वर्ष 9 दिसंबर 2011 को हो गयी। वर्तमान पुजारी महेन्द्र दास मंदिर में पूजा-अर्चना महावीर मंदिर की ओर से कर रहे हैं। गत माह ग्रामीणों ने आचार्य कुणाल से आग्रह किया था कि इस स्थल को अपनी निगरानी में लेकर विकास करें। आचार्य कुणाल ने स्वयं स्थल का निरीक्षण किया था। उसके बाद इस स्थान के विकास की रूपरेखा तैयार होने लगी।
आर्किटेक्ट डीपी सिन्हा ने बताया कि यह मंदिर भारत और विश्व का अनोखा मंदिर होगा। इन्होंने अब तक अशोक धाम मंदिर, अंकोर स्थित मां भगवती मंदिर, गरीब स्थान मुजफ्फरपुर, चौमुखी महादेव मंदिर वैशाली, सूर्य मंदिर नालंदा, सात चर्च, पटना उच्च न्यायालय के समीप स्थित मजार आदि का डिजाइन तैयार किये है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लिए यह मंदिर एक बड़ी उपलब्धि होगी।
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