आपूर्ति करने वाले ने नहीं चखा था मिड डे मील
वैशाली। गोरौल प्रखंड के मध्य विद्यालय सोन्धो में मिड डे मील खाने से एक दर्जन बच्चों के बीमार होने क
वैशाली। गोरौल प्रखंड के मध्य विद्यालय सोन्धो में मिड डे मील खाने से एक दर्जन बच्चों के बीमार होने के मामले की जांच शुक्रवार को जिला मध्याह्न भोजन प्रभारी मदन प्रसाद एवं गोरौल प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुशील कुमार ने की।
ज्ञातव्य हो कि गुरुवार को इस विद्यालय में मध्याह्न भोजन में छिपकली मिलने की शिकायत मिली थी। मध्याह्न भोजन में छिपकली मिलने से दस बच्चे बीमार हो गये थे। जिसकी शिकायत पर इसकी जांच की गयी। जांच में विद्यालय के प्रधानाध्यापक, तीन रसोइये, शिक्षक एवं उपस्थित ग्रामीणों से अलग-अलग पूछताछ की गयी। तीन रसोइयों में से एक रसोइया विद्यालय आकर बीमारी दिखाने चली गयी थी। जबकि दूसरी रसोइया चमेली देवी ने भोजन नहीं चखा थी। रसोइया अनीता देवी ने स्वयं भोजन चखा था एवं प्रधानाध्यापक राजेश कुमार ने भी भोजन चखा था। जबकि खाना आपूर्ति करने वाले ने भोजन चखने से मना कर दिया था। रसोइया अनीता देवी अपने बयान में इसका खुलासा किया है। जांच टीम को ग्रामीण पप्पू यादव ने बताया कि खाना जो बाहर से आपूर्ति की जाती है वह अच्छा नहीं होता। जांच टीम के साथ प्रखंड साधनसेवी धर्मेन्द्र कुमार, कटरमाला समन्वयक शशि कुमार, प्रखंड मध्याह्न भोजन साधनसेवी प्रकाश कुमार उपस्थित थे। वहीं प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद भी मौके पर उपस्थित थे। समन्वय लालदेव पासवान की जब खोज की गयी तो फरार पाये गये। ज्ञातव्य हो कि लालदेव पासवान इसी विद्यालय में शिक्षक के पद पर पदस्थापित हैं। वे गुरुवार को खाना से निकली छिपकली विद्यालय से लेकर फरार हो गया था।