पुलिस ही ऐसा महकमा जहां सेवा का अवसर अधिक
जागरण संवाददाता, हाजीपुर : कर्तव्य निर्वहन के साथ-साथ अनुशासन जरूरी है। अनुशासन का पालन नहीं करने वा
जागरण संवाददाता, हाजीपुर : कर्तव्य निर्वहन के साथ-साथ अनुशासन जरूरी है। अनुशासन का पालन नहीं करने वाले पुलिस कर्मी ही परेशानी में पड़ते हैं। वरीय पदाधिकारी के निर्देश का पालन हर हाल में करें। व्यवहार में विनम्रता रखें जिससे किसी को शिकायत का मौका न मिले। पुलिस ही ऐसा महकमा है जिसमें सेवा का मौका अन्य विभागों से कहीं अधिक मिलता है।
स्थानीय पुलिस लाइन मैदान में पारण परेड की समाप्ति के उपरांत प्रशिक्षु जवानों को संबोधित करते हुए तिरहुत जोनके पुलिस आईजी पारसनाथ ने गुरुवार को उक्त बातें कही। उन्होंने प्रशिक्षण पूरा करने वाले जवानों को कर्तव्यपालन का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि
कर्तव्य निर्वहन के दौरान लेनदेन से दूर ही रहे। सीमा रेखा में ही रहकर कर्तव्य का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि वो जमाना अब लद गया। अब सभी के पास कैमरा मोबाइल एवं अन्य अत्याधुनिक साधन उपलब्ध है। इमानदारी से समझौता करने वाले पुलिस कर्मी परेशानी में पड़ जायेंगे। जनता अब काफी जागरूक हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पुलिस सेवा इमरजेंसी सेवा है। उन्होंने कहा कि पुलिस जब जाग रही होती है तो सारा आलम चैन की नींद से सोता है। पुलिस के सोने पर ही शांति, विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि उन सभी ने प्रशिक्षण ही पूरा किया है। अब उन्हें व्यवहारिक जीवन की वास्तविकता से रूबरू होना पड़ेगा। अनुशासित होकर कर्तव्य पालन करने वाले पुलिस कर्मी को कभी परेशानी नहीं होती। सभी के लिए संबंधित आयोग एवं न्यायालय का निर्देश सख्ती से पालन करना होगा। निर्देश के खिलाफ जाने पर कार्रवाई हो सकती है। सभी निर्देश एवं आदेश का पालन आप सभी का कर्तव्य बनता है। पुलिस मैनुअल के तदनुसार सीमा में रहकर कार्य करें। कर्तव्य निर्वहन के दौरान भूखा भी रहना पड़ सकता है। डयूटी में तैनात सीनियर के आदेश का हर हाल में अनुपालन करें। उन्होंने कहा कि वे सभी पुलिस सेवा में आए हैं तो आलस्य को अपने पास भी फटकने नहीं देना होगा। उन्होंने जवानों को चुस्ती-तंदुरुस्ती के लिए सेहत पर खास तौर पर ध्यान रखना होगा। अपनी सेहत के लिए वे प्रतिदिन कम से कम तीस से पैंतीस मिटन का समय जरूर निकालें। व्यायाम, योगा से न केवल सेहत ठीकठाक रहेगी बल्कि मानसिक तनाव में भी कमी आयेगी। उन्होंने जवानों केा नशापान से दूर रहने की चेतावनी दी। इस दौरान उन्होंने जवानों के उज्जवल भविष्य की कामना की। इससे पूर्व बुनियादी प्रशिक्षण केन्द्र हाजीपुर के मैदान में पारण परेड का आयोजन किया गया। परेड में भागलपुर जिला बल के 142 एवं किशनगंज जिला बल के 137 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। प्रशिक्षुओं ने 215 दिनों तक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद पास आउट किया। परेड के दौरान प्लाटून की संख्या 10 थी। जिसमें परेड कमांडर मिथुन कुमार मांझी भागलपुर एवं द्वितीय परेड कमांडर कमलेश कुमार किशनगंज के रूप में थे। जबकि प्रथम प्लाटून कमांडर के रूप में भागलपुर के विजय कुमार शर्मा, द्वितीय प्लाटून भागलपुर के असमंजस पासवान, तृतीय का भागलपुर के सूर्यकांत कुमार, चतुर्थ का भागलपुर के मो. जफर, पंचम का किशनगंज के शैलेश कुमार, षष्टम का किशनगंज के संदीप मकुार, सप्तम का किशनगंज के भोला कुमार टुडू, अष्टम का किशनगंज के उज्जवल पासवान, नवम का किशनगंज के राजेश कुमार एवं दशम प्लाटून का किशनगंज के मनीष कुमार सिंह नेतृत्व कर रहे थे। प्रशिक्षु जवानों ने भव्य परेड की। परेड का निरीक्षण पुलिस महानिरीक्षक पारसनाथ ने किया। परेड के दौरान राष्ट्रीय ध्वज की सलामी दी गयी। परेड में शामिल प्रशिक्षुओं ने भूमि शस्त्र की कार्रवाई की तथा ध्वज का स्पर्श करते हुए चांद बनाया। यह मनमोहक दृश्य देखकर उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर जवानों की हौसला आफजाई की। प्रशिक्षुओं के परेड के उपरांत शपथ दिलायी गयी। परेड के अंत में सभी प्लाटून ने कूच कालम में मंच से गुजरकर मुख्य अतिथि को सलामी दी। इस मौके पर पुलिस उप महानिरीक्षक अजय कुमार मिश्रा, डीएम विनोद सिंह गुंजियाल, एसपी चंद्रिका प्रसाद, सदर एसडीपीओ पंकज रावत, यातायत नियंत्रण प्रभारी अवनीश कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी आशुतोष वर्मा समेत पुलिस के सभी वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान उद्घोषक की भूमिका में डा. पीके वर्मा ने अपने प्रस्तुति से उपस्थित लोगों का मन मोह लिया।