एमएसएम का प्रयास : 13 हजार मरीजों को नया जीवन
जागरण संवाददाता, हाजीपुर : बिहार जैसे पिछड़े राज्यों में कालाबाजारी की बीमारी खासकर गरीबों पर कहर बनक
जागरण संवाददाता, हाजीपुर : बिहार जैसे पिछड़े राज्यों में कालाबाजारी की बीमारी खासकर गरीबों पर कहर बनकर टूट रही थी। अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सीय संस्था एमएसएफ के प्रयास से बीमारी को हद तक काबू कर लिया गया है। चिकित्सकों ने सात वर्षो में 13 हजार कालाजार मरीजों को नया जीवन दिया है। इसके लिए संबंधित संस्था और चिकित्सकीय दल बधाई के पात्र हैं।
होटल अनामिका के सभागार में शुक्रवार को एमएसएफ की वर्षगांठ के मौके पर मुख्य अतिथि उपस्थित हाजीपुर के एसडीओ सोमेश बहादुर माथुर ने यह बातें कही। श्री माथुर के साथ संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद सीएस डा.रामाशीष कुमार ने संस्था की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि जिला स्वास्थ्य समिति के साथ मिलकर संस्था के चिकित्सक दल सदर अस्पताल के अलावा कालाजार प्रभावित महुआ, महनार, गोरौल एवं राघोपुर प्रखंड में पूरी निष्ठा के साथ कालाजार रोगियों का उपचार कर रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एमएसएफ कालाजार प्रोजेक्ट की परियोजना समन्वयक तातियाना कोटोवा ने वैशाली जिले संस्था के सफरनामा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्था भारत में 1999 से कार्य कर रही है। बिहार समेत देश के सात राज्यों में वर्ष 2007 से कार्य करना प्रारंभ किया। उन्होंने बताया कि वैशाली जिले में 2007 से अब तक संस्था के सीमा रहित चिकित्सक 13000 कालाजार मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया। उन्होंने बताया कि कालाजार मरीजों के लिए अविस्कृत नयी सिंगल डोज दवा एबीसोम से अब कालाजार मरीजों का इलाज होगा। राज्य स्वास्थ्य समिति के साथ मिलकर एमएसएफ के चिकित्सक नयी अविस्कृत दवा से मरीजों का इलाज करेंगे। इस मौके पर एमएसएफ की स्टेट को-आर्डिनेटर ऐंजलिना बीमारी की प्रकृति के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि कालाजार की बीमारी दुनिया के 76 से भी अधिक देशों में पाई जाती है। उनमें 200 मिलियन लोग जोखिम में है। लेकिन कालाजार के अधिकतर 90 फीसदी से अधिक मामले सिर्फ छह देशों बांगलादेश, भारत, नेपाल, सूडान, इथियोपिया व ब्राजील में होते हैं। उन्होंने पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इसके बाद नाटक के जरिये कलाकारों ने जिले में चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम से लोगों को अवगत कराया। गायक अनिल कुमार अकेला ने अपनी गायन से समां ही बांध दिया। नाल पर मनोज सुमन संगत कर रहे थे। कार्यक्रम में एमएसएफ के दर्जनों चिकित्सक व मेडिकल स्टाफ उपस्थित थे।