राजापाकर के पूर्व प्रखंड प्रमुख रमेश सिंह गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, हाजीपुर
राजापाकर के पूर्व प्रखंड प्रमुख रमेश सिंह उर्फ रामईश्वर सिंह को महुआ पुलिस ने शनिवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया है। उन पर तीन दिनों पूर्व महुआ थाने में सहयोगियों संग मिलकर विद्युत विभाग के कनीय अभियंता को उनके ही कार्यालय कक्ष में जमकर पिटाई कर देने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। मामले में विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों के अनुरोध एवं डीजीपी के निर्देश पर पूर्व प्रमुख की गिरफ्तारी की गयी है।
वैशाली के एसपी सुरेश प्रसाद चौधरी ने रविवार को पूर्व प्रमुख रमेश सिंह की गिरफ्तारी की जानकारी दी। मामले में विद्युत विभाग के कनीय अभियंता सावन कुमार ने महुआ थाने में दर्ज कराए गए प्राथमिकी में शिकायत की थी कि गुरूवार की सुबह जब वे विद्युत सब-स्टेशन वैद्यनाथपुर में अपना कार्य कर रहे थे इसी दौरान राजापाकर प्रखंड के पूर्व प्रमुख राम ईश्वर सिंह अपने सहयोगियों के साथ कार्यालय में घुस गए तथा विद्युत की बात को लेकर उनके साथ पहले तो गाली-गलौज की, फिर मारपीट पर उतारू हो गए। बाद में उनके साथ जमकर मारपीट की। कनीय अभियंता ने बताया कि कार्यालय कक्ष में हो रही मारपीट एवं शोर-गुल सुनकर दूसरे कक्ष में कार्यरत कर्मी तथा अन्य लोग भी वहां आ पहुंचे। उन लोगों ने बीचबचाव कर उन्हें किसी तरह बचाया। मामले में पूर्व प्रमुख के अलावा कुशेश्वर राय को नामजद किया गया है। वहीं विद्युत विभाग के एसडीओ अखिलेश कुमार ने बताया था कि कनीय अभियंता की सूचना के बाद जब वह वैद्यनाथपुर पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने भी बताया कि पूर्व प्रमुख ने कनीय अभियंता के साथ मारपीट की है। एसडीओ ने भी इस घटना की सूचना तत्काल विभाग के वरीय पदाधिकारियों को दे दी थी। इस बावत महुआ थाने में कांड संख्या 342-14 के अंर्तगत 28 अगस्त 14 को आईपीसी की धारा 323, 341, 353 एवं 504 के तहत उन्हें आरोपित करते हुए प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। बताया जाता है कि इस मामले में बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों के अनुरोध एवं डीजीपी के निर्देश पर गिरफ्तारी की गयी है।
पूर्व प्रमुख ने जेई व एसडीओ पर किया है मुकदमा
जागरण संवाददाता, हाजीपुर
राजापाकर के पूर्व प्रखंड प्रमुख ने विद्युत विभाग के एसडीओ, जेई व चार-पांच अन्य कर्मियों के विरुद्ध विद्युत कनेक्शन के नाम पर दो हजार रुपये मांगने तथा इसका विरोध करने पर उनके साथ मारपीट करने का मामला कोर्ट में दो दिन पूर्व ही दायर किया था। सीजेएम के न्यायालय में मामला दायर कर राजापाकर निवासी रमेश प्रसाद सिंह ने आरोप लगाया था कि वे कनेक्शन के लिए गए थे। उसके बदले उनसे दो हजार रुपये की मांग की गयी। इसका विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की गयी तथा उनके जेब से पंद्रह हजार रुपये छिन लिए गए। मामले में राजापाकर के कनीय अभियंता सावन कुमार, महुआ के सहायक अभियंता अखिलेश कुमार एवं पांच-छह कर्मियों को आरोपित किया है। इधर खुद की गिरफ्तारी के बाद रमेश सिंह ने मीडिया को कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की उन्हें सजा दी गयी है। बिजली विभाग में उपर से नीचे तक भ्रष्टाचार व्याप्त है। अफसर बेलगाम हो गए हैं। किसी की बात सुनने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि क्या भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना जुर्म है? रमेश सिंह ने कहा कि मारपीट का झूठा आरोप लगाकर उनपर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के कारनामों से जनता किस कदर परेशान है, यह आम लोगों से पूछा जा सकता है।