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अस्पताल में घुसे एमआर तो होगी कार्रवाई : डीएम

By Edited By: Published: Mon, 01 Sep 2014 11:26 AM (IST)Updated: Mon, 01 Sep 2014 11:26 AM (IST)
अस्पताल में घुसे एमआर तो होगी कार्रवाई : डीएम

जागरण संवाददाता, हाजीपुर

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दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों का प्रवेश सरकारी अस्पताल में प्रतिबंधित रहेगा। कोई भी मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव अगर अस्पताल परिसर में पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य सेवाओं में जरा भी कोताही बर्दाश्त नहीं। अस्पताल के चिकित्सक किसी भी हाल में उपलब्ध दवाएं ही लिखेंगे। सूची से बाहर की दवा किसी भी परिस्थिति में नहीं लिखेंगे। बाहर की दवा लिखना यदि जरुरी हो तो संबंधित चिकित्सक को उसके कारण व औचित्य का उल्लेख करना होगा। साथ ही इस आशय का साइन बोर्ड सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को अपने अस्पताल परिसर में लगाना होगा। सरकार अब सभी अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र को सक्रिय करने के साथ ही उसे सुविधा संपन्न बनाने के लिए प्रयासरत है।

अगले माह दस सितंबर से शुरु हो रहे कालाजार उन्मूलन अभियान की सफलता को ले सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में डीएम विनोद सिंह गुंजियाल ने अधिकारियों को उक्त आशय को लेकर सख्त हिदायत दी। उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो अभियान की तरह ही कालाजार उन्मूलन अभियान चलाया जाएगा। अभियान में कहीं, कोई, किसी स्तर पर कोताही, लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम ने कहा कि वैशाली जिला कालाजार से सर्वाधिक प्रभावित है। संवेदनशीलता एवं व्यक्तिगत जबावदेही के साथ सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी इस अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि अभियान की व्यापक सफलता के लिए इसके बाद भी जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक बुलायी जाएगी। अभियान की गहन मानिटरिंग होगी। प्रखंड वार माइक्रो प्लान की समीक्षा के दौरान धीमी प्रगति पर डीएम ने गहरी नाराजगी प्रकट की। हर हाल में सोमवार की संध्या तक कार्य को पूरा कर लेने का निर्देश दिया। इसके लिए प्रखंड के हेल्थ मैनेजर व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की व्यक्तिगत जिम्मेवारी निर्धारित की गयी। बैठक के दौरान खास तौर पर स्वास्थ्य योजनाओं की कड़ाई से अनुश्रवण पर जोर देते हुए डीएम ने कहा कि जिला वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं हर हाल में मिलना चाहिए। इसमें कोई समझौता नहीं हो सकता। स्वास्थ्य महकमे के अफसर, डाक्टर, कर्मी इमानदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। वीएचएसएनडी की समीक्षा के दौरान भी उसकी प्रगति पर डीएम ने निराशा प्रकट की। समीक्षा के दौरान कई स्तर पर गतिरोध की बात भी सामने आयी। डीएम ने स्पष्ट रुप से इसके लिए पीएचसी प्रभारी की जिम्मेवारी तय करते हुए कहा कि पंचायत स्तर पर वजन मशीन, वजन स्केल, बीपी एवं हेमोग्लोबिन नापने की मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। पंचायत स्तर पर उन यंत्रों की खरीद में मुखिया स्तर पर कोई गतिरोध हो तो वैसे मुखियों को चिन्हित कर प्रतिवेदित करें उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी। एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं के कार्य स्थल पर ड्रेस में नहीं पाए जाने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने निर्देश दिया कि यदि कार्यस्थल पर वे अपने परिधान में नहीं पाई जातीं हैं तो उनका एक दिन का वेतन, मानदेय में कटौती की जाए। टीकाकरण की समीक्षा के दौरान ड्यू लिस्ट अद्यतन न होने के कारण राघोपुर पीएचसी प्रभारी से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश सीएस को दिया। पूर्व की बैठक में अनुपस्थित एएनएम, आशा कार्यकर्ताओं से स्पष्टीकरण की कार्रवाई का निर्देश संबंधित प्रभारियों को दिया गया। बैठक में एडीएम डा. उमाशंकर मंडल, सीएस डा. रामाशीष कुमार, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, हेल्थ मैनेजर, सीडीपीओ व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


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