हाजीपुर में कमांडो को मारपीट कर किया घायल
जागरण संवाददाता, हाजीपुर
सदर थाना क्षेत्र के रामाशीष चौक के निकट सोमवार की शाम एक कमांडो को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। जख्मी कमांडो को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार स्व. सुरेश शर्मा का पुत्र मुकेश शर्मा सिपाही नंबर-182 वैशाली पुलिस में कमांडो के पद पर कार्यरत है तथा वह चुनाव प्रेक्षक की सुरक्षा में प्रतिनियुक्त है। सोमवार की शाम वह ड्यूटी समाप्त कर एक बस पर सर्किट हाउस के निकट से सवार होकर पुलिस लाइन लौट रहा था। वह नशे में था। बस में संभवत: उसकी झड़प बस के कर्मचारियों से हो गई। बस के कर्मचारियों ने उसे बस स्टैण्ड पर उतारकर स्टैण्ड के संवेदक के गुर्गो के साथ मिलकर उसकी जबर्दस्त पिटाई कर दी। कमांडो की एके-47 राइफल को भी उससे छीन कर फेंक दिया गया। कमांडो की पिटाई के बाद सभी भाग निकले। खून से लथपथ कमांडो किसी तरह अपने हथियार को खोज कर उसे लेकर सदर थाना पहुंचा तथा अपने साथ घटित घटना की जानकारी दी। कीचड़ से सने हथियार को भी उसने दिखाया। लेकिन सदर थाना की पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने की बजाए मामले से पल्ला झाड़ना ही उचित समझा। कारण स्टैण्ड के संवेदक द्वारा थाना का विशेष ख्याल रखा जाता है। जख्मी कमांडो को सदर थाना ने एक एसआई की मदद से इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा। सदर अस्पताल में इलाज के उपरांत कमांडो खून से सनी अपनी वर्दी तथा चेहरे पर चोट के गंभीर जख्म तथा हथियार एसपी को दिखाना चाहता था लेकिन एसआई उसे वहां ले जाने को तैयार नहीं था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच सदर अस्पताल में ही झड़प हो गई। एसआई ने कमांडो को अपनी धौंस दिखानी चाही तो कमांडो ने चेतावनी देते हुए कहा कि जितनी गोलियां आपके पिस्टल में है उससे कहीं ज्यादा एके-47 के चेंबर में है। दोनों पक्षों के बीच तनातनी में कई तमाशबीन जुट गए लेकिन हथियार लहराते देख सभी ने भागने में ही भलाई समझी। बाद में पुलिस लाइन से पहुंचे अन्य जवानों ने उसे समझाया कि इलाज के बाद मंगलवार की सुबह सभी जवान एसपी से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे। उसके बाद जाकर मामला शांत हो गया। सभी उसे लेकर पुलिस लाइन चले गए।