हाजीपुर सदर अस्पताल में हंगामा, तोड़फोड़
जागरण संवाददाता, हाजीपुर
आपरेशन से प्रसव के बाद इलाज के दौरान एक महिला की हुई मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने सदर अस्पताल के महिला वार्ड में जमकर तोड़फोड़ की। इस दौरान अस्पताल के आपरेशन कक्ष, सीएस कार्यालय एवं अस्पताल परिसर में खड़ी एंबुलेंस में जमकर तोड़फोड़ की गयी। उग्र भीड़ ने वार्ड के सभी खिड़की के शीशे, कुर्सी, टेबल, फ्रीज, आलमीरा, बेड एवं अन्य सामान तहस-नहस कर दिए। स्थिति अनियंत्रित होता देख ड्यूटी में तैनात डाक्टर, नर्स एवं सभी अस्पताल कर्मियों ने भाग कर अपनी जान बचाई। अस्पताल में उग्र लोगों का तांडव घंटो चलता रहा। जिसे जो भी सामने दिखा, तोड़ दिया। अस्पताल में घंटों तांडव मचाने के बाद नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते लोग इधर-उधर भाग गये। घटना की सूचना पर हाजीपुर बीडीओ ने मौके पर पहुंच कर उग्र लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया।
इस घटना के विरोध में अस्पताल में कार्यरत सभी डाक्टरों ने मंगलवार को कार्य का बहिष्कार किया। डाक्टर अपनी सुरक्षा पुख्ता किए जाने की मांग पर अड़े हुए थे। हालांकि दोपहर बाद इमरजेंसी सेवा को बहाल कर दिया गया। समाचार लिखे जाने तक प्रसव कक्ष चालू नहीं हो सका था। इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से मामला दर्ज कराया गया है। भारी पुलिस व्यवस्था के बाद मृत महिला के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। जानकारी के अनुसार सारण जिला के सोनपुर थाना क्षेत्र के सबलपुर गांव निवासी शंभु राय के पुत्र मुन्ना कुमार ने अपनी 22 वर्षीय पत्नी बेबी देवी को प्रसव पीड़ा होने पर सोमवार की सुबह प्रसव के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। बड़ा आपरेशन कर डा. विनिता शरण ने महिला का प्रसव कराया। महिला ने पुत्र को जन्म दिया था। महिला दिन भर तो ठीक-ठाक रही लेकिन सोमवार की रात्रि लगभग एक बजे महिला के पेट में जबर्दस्त दर्द होने लगी। महिला के परिजनों ने इसकी सूचना तत्काल रात्रि में ड्यूटी पर तैनात महिला डाक्टर एवं नर्स को दी लेकिन किसी ने उसके परिजनों की एक नहीं सुनी। परिजनों ने जब हल्ला करना शुरू किया तो डाक्टर समेत सभी गुस्से से आग बबूला हो गए। आक्रोशित एक नर्स ने महिला को ताबड़तोड़ दर्द की तीन सुई दे डाली। अस्पताल में स्लाईन उपलब्ध नहीं होने की बात कर नर्स ने एक दूसरे महिला को चढ़ाया जा रहा स्लाईन को उसके हाथ से निकाल कर पीड़ित महिला को लगा दिया। सुई एवं पानी चढ़ाए जाने के कुछ मिनट बाद ही महिला ने दम तोड़ दिया। महिला की मौत होते ही ड्यूटी पर तैनात डाक्टर, नर्स एवं अन्य कर्मी अस्पताल से भाग खड़े हुए। मौत की सूचना मिलते ही दर्जनों की संख्या में अल-सुबह महिला के परिजन एवं उसके घर के आसपास के लोग अस्पताल में जुट गए। महिला की मौत इलाज में लापरवाही बरते जाने को लेकर हुई है इसका आरोप लगाते हुए सभी ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। आक्रोशित लोगों ने धीरे-धीरे उग्र रूप ले लिया। आक्रोशित लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया। जिसे जो भी हाथ लगा उसी से तोड़-फोड़ शुरू कर दिया। लोगों के उग्र रूप को देख कर इस वार्ड में भर्ती कई महिला मरीजों को लेकर उसके परिजन चले गए। आक्रोशित सभी लोग नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र में भी तोड़-फोड़ करने पहुंच गए लेकिन जिन महिलाओं के बच्चे इस वार्ड में भर्ती थे उन लोगों के व्यापक विरोध के बाद यहां घटना टल गयी। घटना की सूचना पर पहुंची नगर थाना की पुलिस ने हंगामा को शांत कराया। इस घटना से चिंतित डाक्टरों ने अपनी सुरक्षा के लिए दिन भर अपने आप को कार्यो से अलग रखा। सिविल सर्जन के आश्वासन के बाद आपात सेवा तो बहाल हो गया लेकिन बाकी का कार्य शुरू नहीं हो सका। सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड का कार्य पूर्णत: ठप रहने की वजह से प्रसव कराने पहुंची महिलाओं को काफी फजीहत झेलनी पड़ी। सभी को बैरंग वापस लौटना पड़ा। सिविल सर्जन ने बताया कि दोषी पाए जाने वालों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।