सोनपुर में दिखा वाराणसी व हरिद्वार का नजारा
संवाद सूत्र, सोनपुर
नारायणी तट पर श्रावण की द्वितीय सोमवारी को पुरानी गंडक पुल घाट पर नारायणी महाआरती का आयोजन किया गया। वैसे तो यह आयोजन यहां के कालीघाट पर किया जाता रहा है। परंतु समाजसेवी माधवेंद्र कुमार सिंह द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन यहां के छठ घाट पर किया गया। महाआरती के दौरान काशी से आए पंडितों ने जहां अपने पूजा के तौर-तरीके से हरिद्वार और वाराणसी के गंगा महाआरती का दृश्य उपस्थित कर दिया वहीं रिद्धि और सिद्धि दोनों भाइयों ने शंख और पखावज के माध्यम से शिव भक्ति का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। कलकल बहती नदी की धारा और शंख की लगातार गूंजती ध्वनी ने घाट पर उपस्थित भक्तों की अपार भीड़ को सम्मोहित कर दिया। इस आरती में शामिल होने भक्तों की भारी भीड़ जुटी। बतातें चलें कि वर्ष 2007 में यहां के तत्कालीन एसडीओ विपिन कुमार सिंह द्वारा महानारायणी आरती का यह प्रथम प्रयोग किया गया था। आज सोनपुर के वासियों के लिए यह परंपरा का रूप ले चुका है। श्रावणी माह के प्रत्येक माह को किसी न किसी भक्त द्वारा इसका आयोजन किया जाता है। नारायणी आरती के मध्य ही मंगलगान करती महिलाएं जब प्रज्जवलित दीपों को नदी की धारा में प्रवाहित करती हैं तो वह मनोहारी दृश्य सभी को मुग्ध कर देता है।