बाढ़ पीड़ितों की बढ़ रही दिन व दिन परेशानी
सुपौल। कोसी नदी में एक बार फिर उफान आने से सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के कई गाव के लोग
सुपौल। कोसी नदी में एक बार फिर उफान आने से सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के कई गाव के लोग परेशान हो उठे हैं। महज कुछ ही दिनों के अंतराल पर तीसरी बार कोसी में आए बाढ़ से लोगों का फसल अब नष्ट होने को है। बाढ़ का पानी पूर्वी पलार, लौकहा पलार, तकिया, उगरीपट्टी, बहुहरबा, बाजदारी गिरधारी, सियानी गौरीपट्टी, सियानी, कटैया, ढोली, बलथवा पलार, पिपराही, औरही पलार, बलथरवा पलार, सनपतहा पलार, गढिया उत्तर सहित अन्य गाव में तीन से चार-फीट तक फैल गया है। पानी लोगों के घर व आंगन में बह रहा है। बाढ़ के पानी के बीच लोग अपने घर को बचाने में संघर्ष कर रहे हैं। कई परिवार के लोग अपना घर-द्वार छोड़ उंचे स्थानों पर जाना चाह रहें हैं। लेकिन नाव की सुविधा नही मिल रही है। लौकहा पंचायत मुखिया राज कुमार यादव, ढोली मुखिया सुमित्रा देवी, पूर्व मुखिया सुरेश प्रसाद सिंह, पूर्व मुखिया महरानी देवी, बनैनिया मुखिया शेखकरीम, पूर्व मुखिया संगीता देवी, समिति सदस्य रामचन्द पासवान, कमलेश सिंह, भुलिया गाव निवासी नरसिंह सिंह, मुनेश्वर सिंह, गोपाल सिंह, जोगेन्द्र सिंह, मनोज सिंह, नरेन परमानी, सुधीर गीरी, मो. कलीम, मो. मेहुउदीन, बेचन सरदार आदि ने बताया कि प्रशासन के अधिकारी बाढ़ के बीच जूझ रहे लोगों के हालात से बेखबर है। प्रशासन की ओर से नाव नही दी जा रही है। जिस कारण सुरक्षित स्थानों तक जाना कठिन बना हुआ है। लोगों ने बताया कि नाव नहीं मिलने के कारण माल-मवेशी को उच्च स्थानों पर कैसे ले जाया जा सकता है। पूरे कोसी के इलाकों में फूस का घर बना हुआ है। पूछने पर अंचलाधिकारी शरत कुमार मंडल ने बताया कि अब तक 9 नाव सरकारी दी गई है। हालात के अनुसार लोगों को सुविधा दी जा रही है। बाढ़ पर नजर है। किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयारी पूर्ण है।