बंदर के आतंक से कर्मी त्रस्त
सुपौल। बंदर के उपद्रव एवं भय से अनुमंडल कार्यालय आ रहे लोग एवं कार्यरत कर्मी परेशान हैं। लोगो
सुपौल। बंदर के उपद्रव एवं भय से अनुमंडल कार्यालय आ रहे लोग एवं कार्यरत कर्मी परेशान हैं। लोगों ने इससे निजात पाने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी से बुधवार को गुहार लगायी है। जानकारी हो कि विगत 4 माह से एक बंदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में रह रहा है। कार्यालय आने वाले लोगों के शरीर पर चढ़कर तंग करता है या फिर काट कर लहूलुहान कर देता है। यहां तक कि कार्यालय के कमरे में घुसकर कार्यालय में रखे दस्तावेज व अन्य मुख्य कागजातों को भी नष्ट कर देता है। कार्यालय कर्मी बंदर के भय से टेबुल के बगल में लाठी रख कर कार्य करते देखे जा रहे हैं। अनुमंडल कार्यालय आने वाले ग्रामीण लोग भी बंदर के डर से हाथ में लाठी लेकर आ रहे हैं। प्रधान लिपिक शिव शकर प्रसाद ने बताया कि आपूर्ति राजस्व एवं सामान्य शाखा के दर्जनों संचिकाओं को बंदर के द्वारा फाड़ कर इस कदर नष्ट कर दिया गया है कि इसका पुन: उपयोग करना मुश्किल हो रहा है। कार्यालय बंद होने के बाद कमरे के टूटे हुए खिड़की से बंदर कमरे में प्रवेश कर टेबल पर रखे कागजातों को भी क्षति पहुंचा रहा है। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि वन विभाग को सूचित करने का निदेश प्रधान लिपिक को दिया गया है।