प्रसव पूर्व शत-प्रतिशत एचआईवी जांच आवश्यक
सुपौल। नियमित प्रतिरक्षण के साथ-साथ सभी गर्भवती माताओं का प्रसव पूर्व शत-प्रतिशत एचआईवी जांच
सुपौल। नियमित प्रतिरक्षण के साथ-साथ सभी गर्भवती माताओं का प्रसव पूर्व शत-प्रतिशत एचआईवी जांच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भपटियाही में एएनएम का एक प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि जिले के सभी प्रखंडों में लगभग सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर प्रतिरक्षण के साथ गर्भवती माताओं की एचआईवी जांच की जाती है। फरवरी 2016 में सभी प्रखंडों के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सरायगढ़ में भी एचआईवी जांच कीट उपलब्ध करवाया गया। किन्तु प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के अलावे किसी भी प्रतिरक्षण केन्द्र पर एचआईवी जांच सुनिश्चित नहीं हो पायी। इसी को ले पुन: सभी एएनएम को एचआईवी जांच का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आईसीटीसी एसएच सुपौल के परामर्श दाता बंधुनाथ झा एवं एचएलएफपीपीटी के ओआर डब्लू श्रीमति नीतिमा कुमारी ने बताया कि प्रशिक्षण में भी एएनएम को एचआईवी जांच की जानकारी दी गई है। प्रसव पूर्व गर्भवती की एचआईवी जांच हो जाने के पश्चात यदि कोई गर्भवती संक्रमित पायी जाती है तो उन्हें तुरंत आईसीटीसीएसएच सुपौल भेज कर जांच को आगे बढ़ाना है। संक्रमित पाये जाने पर एआरटी की दवा तुरंत शुरू करवायी है। ताकि मां के पेट में पल रहे बच्चे को संक्रमण से बचाया जा सके। बताया कि एचआईवी संक्रमित माताओं को परवरिश एवं शताब्दी योजना आदि के द्वारा रोगी एवं उनके आश्रितों को जीवन-यापन के लिए आर्थिक सहायता सरकार से उपलब्ध करायी जाती है। प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डा.आरएन प्रसाद ने प्रसव पूर्व गर्भवती के एचआईवी जांच के महत्व पर विस्तृत प्रकाश डाला। मौके पर एएनएम, आशा फैसिलेटर एवं स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।