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नदियों में जारी है उछाल, पीड़ितों का हाल बेहाल

सुपौल। कोसी नदी के जलस्तर में बुधवार को भी काफी उछाल रही। इसके साथ ही कोसी तिलयुगा, बिहुल

By Edited By: Published: Wed, 27 Jul 2016 05:33 PM (IST)Updated: Wed, 27 Jul 2016 05:33 PM (IST)
नदियों में जारी है उछाल, पीड़ितों का हाल बेहाल

सुपौल। कोसी नदी के जलस्तर में बुधवार को भी काफी उछाल रही। इसके साथ ही कोसी तिलयुगा, बिहुल नदी सहित अन्य कई सहायक नदियों का पानी जस का तस है। इन नदियों के पानी की चपेट में अबतक 6000 से अधिक परिवार विस्थापित हो चुके हैं। इसके अलावे 10 हजार से अधिक आबादी प्रभावित है। प्रखंड के 30 से अधिक गांवों के किसानों का हजारों एकड़ में लगी धान की फ सल बर्बाद हो चुकी है। क्षेत्र के किसानों में हाहाकार मचा हुआ है, किसान अपने भाग्य को कोसते हैं। वहीं सिकरहट्टा निम्न सुरक्षा बाध सह सड़क के स्परों पर भी भारी दवाब की स्थिति बनी हुई है। पंचगछिया के समीप स्पर का कुछ अंश धंसा। जहा विभाग द्वारा युद्ध स्तर पर बोल्डर व बोरा क्रेटिंग करवाया जा रहा है।

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लोग हैं भयभीत

मरौना व निर्मली प्रखंड सहित मधुबनी जिले के मधेपुर प्रखंड के गढगाव, बसीपटी, गैवाल एवं तटबंध के बीच आसपास के लोगों में सिकरहट्टा-मझारी कोसी निम्न सुरक्षा बाध पर कई जगहों पर दवाब बनने का भय सताने लगा है। हालांकि विभागीय दावा के अनुसार बाध पर पूरी तरह सुरक्षित है। लेकिन अत्यधिक पानी बढ़ने से इस बाध पर घोघरड़िया, मध्य विद्यालय, परसौनी, गैवाल मीलटोला पचगछिया आदि जगहों के बाध के स्पर पर दबाव होना तय है। उंचे स्थानों व शिविर में पर पहुंचे लोगों के लिए प्रशासन द्वारा भोजन कराया जा रहा है। लोग तटबंध पर झोपड़ी पॉलिथीन टाग कर अपने परिवार, बच्चे व सामानों के साथ दिन काट रहे हैं और कोसी माता को माया समटने की दुआ माग रहे हैं।

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जनप्रतिनिधि ले रहे पीड़ितों का हाल

पिपरा विधायक यदुवंश कुमार यादव ने मरौना प्रखंड के बाढ़ प्रभावित इलाके का जायजा लिया। कहा कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में प्रशासनिक स्तर पर कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है। लोग सरकारी योजनाओं से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन निष्क्रिय है और पीड़ित लोग सरकारी योजनाओं के प्रति उपेक्षित हो रहे हैं। प्रखंड के लगभग 10 हजार से अधिक परिवार बाढ़ प्रभावित है। पीड़ित लोग खुद रकम खर्च कर ऊंचे स्थान की ओर पलायन करने को विवश हैं। जिला परिषद सदस्य कविता देवी, समाजसेवी चंदेश्वर यादव, संतोष कुमार ने मरौना प्रखंड के हरड़ी, गनौरा पंचायत के दानापुर, ब्रह्माोतर, परसौनी आदि बाढ़ प्रभावित गावों का दौरा किया और बताया कि अभी तक सरकारी स्तर से इन गाव में न नाव की व्यवस्था की गई है न ही किसी अधिकारी ने इन लोगों की सुधि ही ली है। उन्होंने सीओ से गाव का जायजा अविलंब लेने व गाव में सरकारी नाव देने को कहा। मौके पर नारायण यादव राम प्रसाद मुखिया, सरपंच बालकृष्ण ठाकुर, अर्जुन मुखिया आदि मौजूद थे।


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