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आंगनबाड़ी केन्द्रों का हाल बेहाल

सुपौल। बलुआ पंचायत अंतर्गत आगनबाड़ी केन्द्रों की दयनीय स्थिति बनी हुई है। नियमानुकूल केन्द्र संचा

By Edited By: Published: Fri, 01 Jul 2016 03:01 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2016 03:01 AM (IST)
आंगनबाड़ी केन्द्रों का हाल बेहाल

सुपौल। बलुआ पंचायत अंतर्गत आगनबाड़ी केन्द्रों की दयनीय स्थिति बनी हुई है। नियमानुकूल केन्द्र संचालन की बात तो दूर सेविका-सहायिका ड्रेस कोड के पालन में भी रूचि नहीं ले रही। आगनबाड़ी केन्द्रों की दशा यह है कि 40 बच्चे की सीमाओं में बंधे रहने के बाद भी आगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चे की उपस्थिति नहीं देखी जाती है। सिर्फ कागजों पर ही बच्चों की उपस्थिति दिखा कर सारा लेखा जोखा अपडेअ कर लिया जाता है। जबकि सरकार के द्वारा निगरानी के लिये सुपरवाइजरों की संख्या में काफी वृद्धि की गई है। पर्यवेक्षण की जिम्मेवारी उनके कन्धों पर दी गई है लेकिन स्थिति पूर्व से भी बद्तर है। पंचायत के अधिकाश केन्द्रों पर आगनबाड़ी केन्द्र भवन भी नहीं है एवं खुले आसमान में कहीं-कहीं बच्चे की उपस्थिति देखी जाती है एवं खुले आसमान में पढ़ाई की जाती है।


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