कल तक नशे में रहने वाला, आज बजा रहा डुगडुगी
सहरसा। सरकार के पूर्ण शराबबंदी का असर इस कदर समाज व परिवार पड़ा है कि कल तक जो नश
सहरसा। सरकार के पूर्ण शराबबंदी का असर इस कदर समाज व परिवार पड़ा है कि कल तक जो नशे में डूबा रहता था आज मद्यनिषेध अभियान पर मानव श्रृंखला की मुनादी देने के लिए घर-घर जाकर डुगडुगी बजा रहा है। मानव श्रृंखला के लिए प्रशासन व जनप्रतिनिधि के साथ ही आमलोगों में भी उत्सुकता दिख रही है। नवहट्टा पूर्वी पंचायत के रामनगर आदिवासी टोला में अधिकांश घरों में महुआ का देशी शराब बनाकर बेचने पीने पिलाने का कारोबार था। नीतीश कुमार के शराबबंदी के बाद इस पर विराम लग गया।
बदल गई मुंशी की ¨जदगी
इसी गांव में बसे मुंशी मुर्मु की पहचान ही कभी नशे में धुत रहने वाले युवक के रूप में होती थी। आज उसकी खुद की सूरत ही नहीं बदल गई बल्कि परिवार भी उन्नति करने लगा है। मां, पिताजी, पत्नी एवं चार छोटे-छोटे बच्चों का परिवार अपना जीवन-यापन अब खुशी-खुशी कर रहा है। मुंशी मुर्मु और उनकी पत्नी शीला खेत में मजदूरी कर दो पैसे कमा अपना गुजर-बसर कर रहे हैं। इतना ही नहीं अब वह अपने बच्चे को नजदीक के उत्क्रमित मध्य विद्यालय संथाल टोला में नियमित भेजते हैं। प्रधानाध्यापक रमेश चन्द्र साह कहते हैं कि अभी इनका बच्चा नियमित विद्यालय आने लगा है। ग्रामीण जयप्रकाश राय बताते हैं मुंशी मुर्मु ही नहीं गांव के अन्य युवक की भी पूर्ण शराबबंदी से ¨जदगी सुधर गई है। 21 जनवरी को मद्यनिषेध अभियान पर मानव श्रृंखला बनाने के प्रचार-प्रसार की जानकारी मिलते ही वह गांव में इसके लिए बिना किसी पारिश्रमिक के खुद डुगडुगी बाजार लोगों को इसमें भाग लेने की अपील कर रहे हैं।