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गुडि़या को पूर्व में भी मारने की रची गई थी साजिश

सुपौल। दहेज दानवों के हत्थे चढ़ी गुड़िया की हत्या अनायास न होकर सोची-समझी साजिश थी। श्

By Edited By: Published: Thu, 30 Jun 2016 03:01 AM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2016 03:01 AM (IST)
गुडि़या को पूर्व में भी मारने की रची गई थी साजिश

सुपौल। दहेज दानवों के हत्थे चढ़ी गुड़िया की हत्या अनायास न होकर सोची-समझी साजिश थी। शादी के बाद से ही दहेज की मांग को ले गुड़िया को प्रताड़ित किया जा रहा था। सास, ससुर, ननद, पति व देवर उसे तरह-तरह से प्रताड़ित कर मायके से दहेज के लिए एक लाख रूपये व अन्य सामान लाने के लिए बार-बार दवाब बनाते थे। कुछ दिन पूर्व ही गुड़िया को जला कर मारने की साजिश उसके ससुराल वालों ने रची थी। अपने साथ हो रहे अत्याचार से आजिज आकर गुड़िया ने 30 मई 2016 को महिला थाना सुपौल में एक आवेदन देकर पति, ससुर, सास, ननद व देवर के विरुद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई की मांग की थी। महिला थानाध्यक्ष को दिये गये आवेदन में गुड़िया ने बताया था कि 23 फरवरी 2015 को वार्ड नंबर 8 निवासी सुरेश सहनी के पुत्र रोशन कुमार से उसकी शादी हुई। विवाह के समय उसके पिता ने औकात के मुताबिक दहेज व सामान दिया। किन्तु शादी के कुछ माह बाद ही ससुराल वालों के व्यवहार में बदलाव आने लगा और धीरे-धीरे वे लोग मायके से दहेज मांग कर लाने के लिए तरह-तरह से प्रताड़ित करने लगे। यातना के साथ-साथ उसके साथ गाली-गलौज व मारपीट भी की जाती थी। इसको लेकर कई बार पंचायत भी हुई। पंचायत के कुछ दिन बाद तक स्थिति सामान्य रहती और वही सिलसिला शुरू हो जाता। आवेदन में गुड़िया ने बताया था कि 24 मई 2016 की रात वार्ड नंबर 10 स्थित किराये के मकान में उसके सास, ससुर, ननद, पति व देवर उसे जला कर मार देने के उद्देश्य से जमा हुए। उसके देह पर किरासन तेल छिड़का गया और माचिस जलाकर आग लगाने की कोशिश की गई। किन्तु चीखने-चिल्लाने व अगल-बगल के राहगीर के जमा होने के बाद किसी तरह मेरी जान बची। उपरोक्त सभी लोगों ने मुझे उसी अवस्था में घर से बाहर निकाल दिया। पुलिस को गुड़िया द्वारा लगाये गये गुहार से भी कोई राहत नहीं मिली और अंतत: ससुराल वालों ने दहेज के लालच में उसे परलोक पहुंचा कर ही दम लिया। विदित हो कि 28 जून 2016 को गुड़िया अपने ससुराल के एक कमरे में पंखे से लटके मृत पायी गई। संध्या लगभग पांच बजे उसके ससुराल वालों ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी। घटना स्थल पर गुड़िया की लाश जिस अवस्था में थी उससे लग रहा था कि उसकी मौत घंटों पूर्व हुई है। सवाल उठता है कि जब गुड़िया की मौत घंटों पूर्व हुई तो ससुराल वालों ने इसकी सूचना पुलिस व गुड़िया के माता-पिता को तत्क्षण ही क्यों नहीं दी। घटना स्थल यह बता रहा था कि दहेज दानवों ने ही गुड़िया की जान ले ली है। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया। वहीं आरोपी सास, ससुर व ननद को पुलिस ने बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। फिलहाल पुलिस पति व देवर की तलाश में जुटी है।


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