अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा राजा कुंआ
सुपौल। सदर प्रखंड स्थित चौघारा-सहरसा जाने वाली सड़क के किनारे अमहा के निकट राजा कामत कुंआ अपने बदहाली
सुपौल। सदर प्रखंड स्थित चौघारा-सहरसा जाने वाली सड़क के किनारे अमहा के निकट राजा कामत कुंआ अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है। सड़क के पूर्वी छोड़ पर यह ऐतिहासिक कुंआ है। पहले यह कुआं यहां आने वाले ग्रामीणों व राहगीरों के लिए पेयजल का मात्र एक साधन था। लोग बाग कुएं का शीतल जल पीकर गंतव्य की ओर रवाना होते थे। पर समय चक्र के फेर में कुंआ बदहाल हो गया। आलम यह है कि कुएं का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। पानी देने वाला कुंआ अब कूड़ा संग्रहण केन्द्र के रूप में तब्दील होता जा रहा है। कुएं के अंदर प्लास्टिक के कचरे, बोरा आदि अनुपयोगी सामान पड़े हैं। इसकी सफाई के प्रति सरकारी महकमा उदासीन बना है। लोगों का कहना है कि कुओं की मरम्मत के लिए शासन से धन निर्गत होता है। पर इसका प्रस्ताव नहीं बनाने से बदहाली की स्थिति बनी हुई है। इस संबंध में अमहा मुखिया श्याम सुन्दर भगत बताते हैं कि मामला संज्ञान में आया है। कुएं की सफाई के बाबत शीघ्र ही कदम उठाया जाएगा।