स्वदेशी की वाह-वाह, चाइनीज से तौबा
सुपौल। शहरवासियों में इस बार जहा चाइनीज सामान को लेकर जबरदस्त विरोध है। वहीं विभिन्न संगठनों ने इसक
सुपौल। शहरवासियों में इस बार जहा चाइनीज सामान को लेकर जबरदस्त विरोध है। वहीं विभिन्न संगठनों ने इसके विरोध को लेकर कमर कस लिया है और गांव-गांव जाकर जागरूकता फैलाने में जुट गये हैं। विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त सेवा प्रमुख चंद्रकांत झा ने बताया कि लोगों से आह्वान किया गया है कि स्वदेशी वस्तुएं ही उपयोग में लें,चाइनीज के साथ-साथ अन्य विदेशी वस्तुओं का खुलकर बहिष्कार करें।
लोगों में देश प्रेम की भावना काफी जागृत हुई है। चीन जहां पाकिस्तान की तरफदारी में लगा है, देशवासियों ने आर्थिक नाकेबंदी कर उससे बदला लेने की ठान ली है। बाजार में अब ग्राहक दुकानदार से यह पूछकर सामान ले रहा है कि कहीं ये चीन निर्मित तो नहीं है। खिलौनों से लेकर सभी तरह के सौंदर्य प्रसाधन के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम और कपड़े व जूते सभी कुछ चीनी हैं, जो खासतौर से दीपावली के मौके पर शहर के कई क्षेत्रों में बिक्री के लिए सजाये गये हैं। लेकिन इनकी बिक्री स्वदेशी अथवा मेक इन इंडिया की तुलना में कम होने लगी है।
खासतौर से युवा वर्ग अब चीनी के विरोध में सबसे आगे नजर आने लगा है। शहर के विभिन्न तबकों में चीनी सामान का विरोध है। लोग अब संकल्प लेने लगे हैं कि वे चीनी सामानों का उपयोग नहीं करेंगे।
इधर विहिप के कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर लोगों के बीच देश प्रेम की भावना जगा रहे हैं और चीनी सामानों का बहिष्कार करने को ले उन्हें प्रेरित कर रहे हैं। लोगों में देश प्रेम को ले काफी उत्साह दिख रहा है और लोग चाइनीज से तौबा करने लगे हैं।