रेनकट तोड़ रहा हाइवे से संपर्क
सुपौल। एनएच 57 के पिपराखुर्द चौक समीप सड़क में लगने वाले रेनकट से दो दर्जन से अधिक गांव का संपर्क भंग
सुपौल। एनएच 57 के पिपराखुर्द चौक समीप सड़क में लगने वाले रेनकट से दो दर्जन से अधिक गांव का संपर्क भंग होने के कगार पर है। भपटियाही से सिमराही के बीच उक्त स्थल पर बना रेनकट करीब 15 फीट गहरा है। उस जगह से पिपराखुर्द, दाहुपट्टी, करजाईन सड़क निकलती है। इस सड़क से पिपराखुर्द, दाहुपट्टी, विशनपुर, कल्याणपुर, सदानंदपुर, वैशा, नोनपार, कोढ़ली, लौकहा, गोपालपुर, छिटही, शाहपुर, झिल्ला-डुमरी, करजाईन, बौराहा, बसावनपट्टी तक के लोग आते-जाते हैं। इस सड़क के एनएच से संपर्क भंग होने से हजारों-हजार लोगों का जीवन प्रभावित हो जाएगा। पूरे इलाके के लोगों को कोढ़ली समीप पूर्वी तटबंध या फिर सिमराही के पास से लंबी दूरी तय कर एनएच पर आना-जाना पड़ जा सकता है। एनएचएआई के अधिकारी के उदासीन रवैया के कारण इतना बड़ा रेनकट अब तक भरा नहीं जा रहा है। इस कारण आसपास के लोग सशंकित हैं। पिपरा गांव के रामनंदन मेहता, रामकुमार मेहता, विद्यानंद मंडल, रामानंद मंडल, देव नारायण शर्मा, लाल बहादुर मेहता सहित कई लोगों का कहना है कि यदि समय रहते रेनकट को नहीं भरा गया तो भारी कठिनाई पड़ सकती है। लोगों ने एनएचएआई के अधिकारियों से रेनकट को तत्काल भरवाने की मांग करते हुए कहा कि यदि इसमें विलंब हुआ तो वे सभी इस्ट-वेस्ट-कॉरिडोर को बाधित कर आंदोलन शुरू करेंगे। मालूम हो कि एनएच 57 पर अभी भी कई जगह ऐसे रेनकट हैं जिससे आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। जहां रेनकट को भरा भी गया वहां भी स्थिति ठीक नहीं है। इस ओर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।