दाल की बढ़ोतरी ने घरेलू बजट को बिगाड़ा
सुपौल। जहां एक तरफ भीषण गर्मी ने आम आदमी को बेहाल और बदहवास किया हुआ है। वहीं दालों की कीमत में आए ज
सुपौल। जहां एक तरफ भीषण गर्मी ने आम आदमी को बेहाल और बदहवास किया हुआ है। वहीं दालों की कीमत में आए जबरदस्त उबाल लोगों के पसीने छुड़ाए हुए है। हालात यह है कि जरूरी खाद्य सामग्री के दामों में आई जबरदस्त तेजी ने जहा गृहणियों के घरेलू बजट को उथल-पुथल करके रख दिया है। वहीं लोगों की थाली से दाल का जायका गायब होना शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि इन दिनों शादी-विवाह के मागलिक आयोजनों की भरमार की वजह से दालों की माग बढ़ी है और प्रमुख दालों की कीमतों में करीब 20 से 25 प्रतिशत का उछाल आया है। गर्मी के मौसम में दालों के दामों का आसमान छूना जहा गरीब की जेब को सीधे तौर पर प्रभावित कर रहा है। वहीं दलहनों की कीमत में बढ़ोतरी ने लोगों की थाली को दालों की कमी से सूना कर दिया है।
- कहते हैं व्यवसायी
दालों के बढ़ते दामों के बारे में किराना व्यापारी संजय कुमार, मनीष चौधरी, कुन्दन चौधरी, हरि किशोर चौधरी का कहना है कि पिछले लगभग एक माह के अंतराल में सभी दालों के दामों में 20 से लेकर 25 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। दालों की कीमतों में बढ़ोतरी का प्रमुख कारण उत्पादन में कमीं, खपत में वृद्धि तथा माल भाड़ा किराए की बढ़ोतरी को बताया जा रहा है। इसके अलावा शादी-विवाह का सीजन भी दलहन के दामों को प्रभावित कर रहा है। व्यापारियों के अनुसार दालों की कीमत में उछाल का सिलसिला अभी कुछ दिनों इसी तरह बरकरार रहेगा और संभवत: मई माह के अंत तक दामों में उतार शुरू हो जाएगा।
- घरों का बिगड़ा बजट
दाल की कीमतों में आई उछाल ने जहां संपन्न घरों का बजट बिगाड़ दिया है वहीं सामान्यतया लोगों की थाली से दाल गायब दिखने लगी है। पिछले कुछ वर्षो से ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से फसल खराब होने के कारण किसान तो बेहाल है ही, बढ़ती कीमतों के कारण आम आदमी की थाली से दाल दूर होती नजर आ रही है। बाजार के अनुसार पिछले कुछ दिनों के दौरान चना, अरहर, मसूर, केलाई और मूंग दालों की कीमत में काफी उछाल आ चुका है। मूल्य में तेजी का मुख्य कारण घरेलू उत्पादन में कमी है।
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उछाल के बाद दालों की कीमत
-दाल का नाम-प्रति किलो
-चना - 74
-मसूर - 80
-अरहर -155
-मूंग -130
-मटर -40
-केलाई -160