किसान सलाहकार के साथ हो रही साजिश: डॉ.अमन
सुपौल। एक ओर सरकार द्वारा गठित समिति के द्वारा साढ़े चार लाख संविदा कर्मियों की सेवा स्थाई करने की ब
सुपौल। एक ओर सरकार द्वारा गठित समिति के द्वारा साढ़े चार लाख संविदा कर्मियों की सेवा स्थाई करने की बात कही गई है। लेकिन उसमें किसान सलाहकार का उल्लेख नहीं करना कृषि विभाग, किसान सलाहकार और किसान भाइयों के साथ घिनौना मजाक है। समिति स्थाई कर्मियों की सूची में किसान सलाहकार को शामिल करे, वरना संपूर्ण बिहार में करो या मरो की तर्ज पर 21 मई 2016 आतंकवाद विरोध दिवस बलिदान दिवस के दिन से किसान सलाहकार आदोलन करेंगे। उक्त बातें बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ.अमन कुमार ने जिला मुख्यालय स्थित बीबीसी कॉलेज सभागार में आयोजित किसान सलाहकार संघ के बैठक को संबोधित करते हुए कही। डॉ.कुमार ने कहा कि किसान सलाहकार कृषि विभाग और किसान भाइयों के बीच की मजबूत कड़ी है। किसान सलाहकार के कठिन मेहनत के कारण बिहार सरकार को दो बार कृषि कर्मण पुरस्कार मिला है। किसान भाइयों के चेहरों पर मुस्कान लौटी है। फिर भी इनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की साजिश हो रही है। जिसे किसी भी शर्त पर कामयाब नहीं होने देंगे। कहा की चौधरी कमेटी सेवा स्थाई करने का सपना दिखाकर लाखों युवाओं के भविष्य को रद्दी टोकरी में फेंकने का इंतजाम कर दिए है। बिहार सरकार के किसी भी विभाग में कार्यरत संविदा, चयनित, नियोजित कर्मी की सेवा स्थाई बिना किसी परीक्षा की होनी चाहिए। चौधरी समिति का रिपोर्ट आधारहीन और तथ्य विहीन है। ये समिति रिपोर्ट के नाम पर खानापूरी की है। समिति के द्वारा सही तरीका से समीक्षा और मंथन नहीं किया गया है। श्रेणी 1 और श्रेणी 2 युक्ति संगत नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है नौकरी होगी स्थाई पर सरकारी सेवक नहीं माने जाएंगे। ये नौटंकी नहीं तो और क्या है। समिति का रिपोर्ट पूर्णत: अधूरा है। इससे पहले भी पक्की नौकरी की प्रक्रिया एवं नियोजन की सेवा शर्तो के निर्धारण में भारी पैमाने पर त्रुटि रहने के कारण माननीय मुख्यमंत्री महोदय रिपोर्ट को लौटा चुके हैं। समिति को अब तक तीन बार अवधि विस्तार दिया जा चुका है फि र भी रिपोर्ट अधूरा है। यह काफी चिंता का विषय है। बिहार के किसी भी विभाग में कार्यरत संविदा कर्मी, चयनित कर्मी, नियोजित कर्मी, अल्पकालीन कर्मी की तत्क्षण पूर्ण सरकारी कर्मी का दर्जा देते हुए सम्मानजनक वेतनमान की माग बिहार सरकार से हम करते हैं। बैठक में संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी धनंजय यादव, उमेश यादव, संजय कुमार, ललित यादव, अमोद कुमार अम्बेदकर, रघुनंदन कुमार, अरबिन्द कुमार, पवन कुमार, विजय कुमार आदि उपस्थित थे।