काश! अस्पताल के अंदर जाते प्रधान सचिव
सुपौल। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन बुधवार की सुबह जैसे ही सदर अस्पताल परिसर पहुंचे वैस
सुपौल। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन बुधवार की सुबह जैसे ही सदर अस्पताल परिसर पहुंचे वैसे ही पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। जो जहा और जैसे थे वैसे ही अपने-अपने काम में जुट गए। अस्पताल में उपस्थित चिकित्सक व कर्मी भगवान से दुआ करने लगे कि प्रधान सचिव अस्पताल के अंदर न आए। अगर वे अंदर आते तो अस्पताल का भवन जितना बाहर से चकाचक दिखा अंदर की व्यवस्था की पोल ही खुल जाती। जब प्रधान सचिव अस्पताल परिसर में पहुंचे तब ओपीडी का समय था। लेकिन उस वक्त तक ओपीडी सहित कई विभाग का ताला तक नहीं खुला था। कई तो अपनी ड्यूटी पर पहुंचे भी नहीं थे। यह सब देख प्रधान सचिव को स्वास्थ्य विभाग की पूरी कहानी का पता चल जाता। अस्पताल में फैली अव्यवस्था, गंदगी की भरमार, मरीजों अथवा उनके परिजनों को पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध होता है या नहीं, मरीजों के खाने की क्वालिटी कैसी होती है, या फिर उसका मेनू कैसा होता है, बेड और चादरों की हालत, इनडोर मरीजों की स्थिति, दवा की उपलब्धता और उपयोग, बिचौलियों की सक्रियता आदि सबकुछ आरप से आप सतह पर आ जाता। खैर प्रधान सचिव के जाते ही सबने राहत की सास ली। अस्पताल में यह चर्चा जोरशोर से होने लगी कि फला आज बच गया तो फलां की किस्मत आज अच्छी थी।