स्वच्छता अपनाओ-जीवन बचाओ
सुपौल। स्वच्छता के सात आयामों को अपनाकर ही स्वच्छ जीवन की कल्पना की जा सकती है। सरकार के द्वारा सतत
सुपौल। स्वच्छता के सात आयामों को अपनाकर ही स्वच्छ जीवन की कल्पना की जा सकती है। सरकार के द्वारा सतत प्रयास के साथ-साथ आम-आवाम की भागीदारी से ही स्वच्छ भारत मिशन का सपना साकार हो सकता है। उक्त बातें जिला जल एवं स्वच्छता समिति के जिला समन्वयक अविनाश कुमार ने करिहो के महादलित बस्ती में जन जागरूकता करते हुए कही। सुपौल प्रखंड के ग्रामीण स्वच्छता जागरूकता अभियान के टीम लीडर सुधीर मिश्र ने कहा कि निर्मल ग्राम पंचायत बनाने के लिए प्रत्येक परिवार के उपयोग के लिए व्यक्तिगत शौचालय का होना अति आवश्यक है। सरकार के द्वारा आगनबाड़ी केन्द्र के लिए बालक मित्र शौचालय, विद्यालय के लिए विद्यालय शौचालय, भूमिहीन परिवार एवं सार्वजनिक स्थल के लिए सामुदायिक शौचालय बनाने का प्रावधान है। स्वच्छता की जानकारी के अभाव में 80 प्रतिशत लोग बीमार पड़ते हैं। जिसके कारण श्रमशक्ति और व्यापक आर्थिक क्षति होती है। साथ ही वातावरण, जल प्रदूषित होता है। स्वच्छता अपनाओ, जीवन बचाओ का मूल मंत्र सभी को अपनाना चाहिए।
प्रेरक नीता कुमारी ने कहा कि यह अभियान जोर-शोर से सुपौल जिला ही नही संपूर्ण देश में चल रहा है। खाना खाने से पहले और शौच के बाद साबुन या ताजा राख से हाथ धोने से 40 प्रतिशत बीमारी होने से बच सकते हैं। जीवन रक्षा के साथ-साथ निर्मल बिहार बनाने के लिए पूरे राज्य में जोर-शोर से राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, जल आपूर्ति योजना, लोहिया स्वच्छता योजना, स्वच्छ भारत मिशन आदि चलाये जा रहे हैं। आम आदमी द्वारा अपने मूलभूत आवश्यक कार्य में स्वच्छता को शामिल करने पर ही प्रधानमंत्री का सपना स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत सफ ल हो सकता है। टीम में प्रेरक जया झा भी शामिल थी।