सावधान! कहीं आपके खाते से भी न गायब हो जायें रुपये
सुपौल। कहीं आपके खाते से भी न गायब हो जायें रुपये! जी हां लाख सावधानी बरते जाने के बावजूद आये दिन ल
सुपौल। कहीं आपके खाते से भी न गायब हो जायें रुपये! जी हां लाख सावधानी बरते जाने के बावजूद आये दिन लोगों के खाते से रुपये गायब हो रहे हैं। यह कोई चमत्कार नहीं हो रहा बल्कि साइबर क्राइम में संलिप्त गिरोह आजकल ज्यादा सक्रिय हो गये हैं। नित्य इलाके में किसी न किसी को शिकार बनाया जा रहा है। भले ही मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग,एटीएम कार्ड,परचेज कार्ड से लोगों की सुविधायें बढ़ाई गई। बैंकिंग प्रणाली को सरल और सुलभ बनाया गया। लेकिन इसके दुष्परिणाम भी सामने आने लगे। साइबर क्राइम में जबर्दस्त इजाफा हुआ। या यूं कहिये कि अपराध का तरीका भी समय और परिस्थिति के साथ अचानक बदल गया। पहले बैंकों से रुपये निकालने वक्त सावधानी बरतने की जरूरत थी या अधिकांश घटनायें सीधे रूपये छीनने अथवा लूटने से संबंधित होती थी। अब तो खाते पर ही सीधे हाथ साफ कर दिया जा रहा है।
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ऐसे आता फोन और गायब होते रुपये
पहले मोबाइल पर घंटी बजती है, फोन उठाने पर सामने से बोला जाता है कि मैं फलां बैंक का अधिकारी मुंबई, दिल्ली से बोल रहा हूं। आपका एटीएम लाक कर दिया गया है, अथवा आपका पिन कार्ड अब बदल दिया जायेगा। कृपया आप अपना एटीएम नंबर, पिन नंबर बतायें अभी तुरंत इसे दुरूस्त किया जायेगा। आपकी जगह परिवार का अन्य सदस्य अगर फोन उठाता है तो उसे यह कहा जाता है कि घर में एटीएम कार्ड है प्लीज आप देखकर बतायें कि उस पर कितना नंबर अंकित है। आप बताये नहीं कि खाता खाली होने लगा। पहले लोग पिन नंबर को ही गोपनीय माना करते थे। लेकिन अब तो एटीएम कार्ड नंबर बताना भी खतरे से खाली नहीं। बड़े शहरों में जहां माल में कार्ड से खरीदारी की सुविधायें उपलब्ध होती हैं वहां अपराधियों के लिये यह नुस्खा काफी कारगर साबित हो रहा है। ऐसा नहीं कि अनपढ़ लोग इसके शिकार हो रहे हैं। पढ़े-लिखे लोग इस झांसे में आ रहे हैं और रोज कहीं न कहीं से इस तरह की घटना की सूचना आ रही है। अधिकांश लोगों का मोबाइल एलर्ट है। नंबर बताने के साथ ही उनके मोबाइल पर मैसेज आना शुरू होता है और वे छटपटाते जब तक बैंक की शाखा पहुंच लाक कराने की प्रक्रिया अपनाते हैं तबतक तो खाता खाली हो चुका होता है।
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बैंक भी कर रहा ग्राहकों को एलर्ट
अब लगातार घट रही इस तरह की घटना के कारण बैंको ने भी अपने ग्राहकों को एलर्ट करना शुरू कर दिया है। बैंक प्रबंधन द्वारा ग्राहकों को मोबाइल पर मैसेज दिया जा रहा है कि वे ऐसे फेक काल से सतर्क रहें। अपने बैंक खाते, एटीएम नंबर, पिन नंबर अथवा किसी ऐसे गोपनीय बातों से फोन पर किसी दूसरे से शेयर न करें। यह आपके लिये हानिकारक साबित हो सकता है।