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अभियान-तर्पण

सुपौल। पितरों की आराधना का पर्व पितृपक्ष माना जाता है। दिवंगत पूर्वजों से सुख-शांति की कामना के इस प

By Edited By: Published: Sat, 03 Oct 2015 06:07 PM (IST)Updated: Sat, 03 Oct 2015 06:07 PM (IST)
अभियान-तर्पण

सुपौल। पितरों की आराधना का पर्व पितृपक्ष माना जाता है। दिवंगत पूर्वजों से सुख-शांति की कामना के इस पर्व में उनकी आत्मा की शांति के लिए तर्पण किया जाता है। हिन्दू धर्म शास्त्र में तर्पण का काफी महत्व है। स्थानीय राघवेन्द्र झा राघव बताते हैं कि उनके पिता आदित्य नारायण झा का निधन 5 फरवरी 2010 को हो गया। तब से वे विधि-विधान के साथ तर्पण के माध्यम से पूर्वजों व पितरों को तृप्त करते चले आ रहे हैं। बोले कि पितरों की सेवा, उनके प्रति श्रद्धा कभी व्यर्थ नहीं जाती।


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