खुली सीमा से जारी है तस्करी का खेल
सुपौल। इन दिनों भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के भीमनगर स्थित वार्ड नंबर 10 और 12 से होकर नोमेंस लैंड के र
सुपौल। इन दिनों भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के भीमनगर स्थित वार्ड नंबर 10 और 12 से होकर नोमेंस लैंड के रास्ते तस्करी के लिए मुफीद समझा जा रहा है। सूत्रों की मानें तो इस मार्ग होकर बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रोनिक्स गुड्स, रजनीगंधा गुटका, चाइनीज सेब तथा सुपारी आदि सामानों की तस्करी रात के समय लगभग 2 से 4 बजे के बीच होती है। तस्करी के लिए नए-नए तरीके को हमेशा आजमाया जाता है। कभी ग्रामीण महिलाओं को तो कभी नेपाली युवतियों के जरिये तो कभी छोटे-छोटे बच्चों को निशाना बनाकर काम लिया जाता है। जबकि भारत-नेपाल सीमा पर गृह मंत्रालय के द्वारा वर्ष 2008 में एसएसबी की तैनाती सीमा पर की गई है। लेकिन कई बार भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी के जवानों के द्वारा भारी पैमाने पर कई तरह के तस्करी के सामानों को पकड़ा भी जा चुका है। लेकिन तस्कर तू डाल-डाल मैं पात-पात की कहावत को जीवंत करते दिख रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर कई कोशिशों के बावजूद भी तस्करी पर लगाम लगता नहीं दिख रहा है। प्रारंभ में जब एसएसबी की नियुक्ति यहा हुई थी तो उनके द्वारा रात्रि गश्ती हुआ करती थी और स्थानीय लोग चैन की नींद सोते थे। लेकिन इन दिनों केवल मुख्य सड़क होकर एसएसबी की गश्ती हो रही है। लेकिन संवेदनशील जगहों पर नहीं रहने की वजह से भीमनगर नया बाजार वार्ड नंबर 10 होकर तथा वार्ड नंबर 12 होकर नेपाल के भंटाबारी के तरफ जाने वाली पगडंडी और कच्चा रास्ता तस्करों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इन दोनों जगहों पर कभी-कभार शाम के समय गश्ती कर रूटिंग वर्क कर लिया जाता हैं परन्तु असली खेल रात के 2 से 4 बजे तक ही चलता है। जबकि सीमा से सटे भीमनगर में स्थित भारतीय कस्टम तथा स्थानीय ओपी भी है।