..अब बहुरेंगे कोसी पीड़ित किसानों के दिन
सुपौल, जागरण संवाददाता:वर्ष 2008 में कुसहा त्रासदी से बंजर हो चुकी भूमि वाले किसानों के दिन अब बहुरन
सुपौल, जागरण संवाददाता:वर्ष 2008 में कुसहा त्रासदी से बंजर हो चुकी भूमि वाले किसानों के दिन अब बहुरने के आसार दिखाई पड़ने लगे हैं। विश्व बैंक के प्रतिनिधियों ने बाढ़ से प्रभावित जिले के सबसे अधिक बालू वाले बसंतपुर व छातापुर प्रखंड का दौरा किया तथा उपविकास आयुक्त, कृषि विभाग के विभिन्न पदाधिकारियों व किसानों के साथ जिला स्तरीय बैठक भी की। बिहार कोसी बेसीन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट फेज टू के तहत विश्व बैंक के प्रतिनिधि एडवर्ड विलियम, हेलेन ली व आलोक पट्टनायक ने बुधवार को सबसे पहले बसंतपुर व छातापुर के बालू वाले भाग का निरीक्षण किया। वहीं बसंतपुर स्थित ई किसान भवन का भी निरीक्षण किया। तत्पश्चात एफआइएसी अध्यक्षों के साथ समस्या व समाधान संबंधी विचार-विमर्श किया। इसके अतिरिक्त बीटीएम व एटीम के साथ तकनीकि सत्र भी आयोजित किया गया। गुरुवार को तीनों प्रतिनिधि जिला कृषि कार्यालय पहुंचे तथा कार्यालय के निरीक्षण उपरांत सभा कक्ष में आयोजित प्रखंड स्तरीय तकनीकि कर्मियों,आत्मा के कर्मचारियों के साथ विचार गोष्ठी में भाग लिया। गोष्ठी में प्रतिनिधि श्री विलियम ने गत वित्तिय वर्ष व पुराने साल में बनाए गए सहायता समूहों की जानकारी व एक्टीविटिज वाइज ग्रुप देखकर प्रसंशा जाहिर किया। वहीं किसानों को दिए गए प्रशिक्षण पर उन्होंने विशेष जोर देने का आग्रह किया। गोष्ठी में किसानों ने अपनी समस्या प्रतिनिधि को बताई। जिसके पश्चात प्रतिनिधि ने विशेष कार्यक्रम चलाने की बात कही। गोष्ठी में उपविकास आयुक्त हरिहर प्रसाद, डीएओ संत लाल साह, कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर सबरजीत कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, परियोजना निदेशक आत्मा देवेन्द्र सिंह, जिला परियोजना प्रबंधक राजेश कुमार, लेखापाल हर्ष रंजन, जिले के सभी प्रखंड के तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकि प्रबंधक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, एफआइएसी अध्यक्ष व किसान उपस्थित थे।