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मांगों के समर्थन में सातवें दिन भी अड़ा रहा संघ

सुपौल, जागरण संवाददाता:बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ एवं जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त आह्वान पर स

By Edited By: Published: Tue, 21 Apr 2015 06:15 PM (IST)Updated: Tue, 21 Apr 2015 06:15 PM (IST)
मांगों के समर्थन में सातवें दिन भी अड़ा रहा संघ

सुपौल, जागरण संवाददाता:बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ एवं जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त आह्वान पर समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग पर सातवें दिन मंगलवार को भी शिक्षकों का आंदोलन जारी रहा। आंदोलन के समर्थन में दर्जनों शिक्षक धरना पर बैठे रहे और मूल्यांकन कार्य का पूर्णत: बहिष्कार किया। शिक्षकों ने दावा किया कि बिहार के किसी भी मूल्यांकन केन्द्र पर मूल्यांकन का कार्य नहीं हो रहा है। शिक्षकों का कहना था कि बिहार सरकार बिहार के 23 लाख बच्चों के भविष्य के साथ खिलावाड़ कर रही है। जिन्होंने वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2015 में हिस्सा लिया है। सरकार के अड़ियल रवैये के कारण ऐसे बच्चों का नामांकन बिहार से बाहर किसी संस्थान में नहीं हो सकेगा। सुपौल उच्च माध्यमिक सुपौल के प्राचार्य सह मूल्यांकन केन्द्र समन्वयक डा. उमेश प्रसाद, सत्य नारायण यादव, हीरानाथ मिश्र आदि ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिल कर उत्पन्न समस्या पर चर्चा की और धरने पर बैठे शिक्षकों को आश्वास्त किया कि किसी भी परिस्थिति में मांगों की पूर्ति होने तक मूल्यांकन कार्य प्रारंभ नहीं होगा। जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव डा. सुरेन्द्र प्रसाद यादव ने बताया कि चोरी-छिपे जो शिक्षक मूल्यांकन के कार्य में संलिप्त पकड़े जाएंगे, उन्हें 5 हजार रूपया नगद जुर्माना किया जाएगा। हजारी उच्च माध्यमिक विद्यालय गौरवगढ़ सुपौल स्थित मूल्यांकन केन्द्र पर उच्च विद्यालय मौजहा के प्रभारी प्रधानाध्यापक भगवान यादव ने धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता की। मौके पर माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रमंडलीय संयुक्त सचिव डा. प्रणव कुमार सिंह, कुमार प्रवीण, वीरेन्द्र कुमार संतोष, शमशाद आलम, जावेद आलम, रवि शंकर, विपिन कुमार, उदय कांत, राम कृष्ण परमहंस, प्रदीप कुमार, सीताराम मेहता, अरविंद कुमार, मो. फखरूद्दीन, अजय कुमार, अजय मिश्र, शिव सागर, धर्मेन्द्र कुमार, डा. रवि भूषण, सूर्य मोहन ठाकुर, कुमोद कुमार झा आदि मौजूद थे।


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