बच्चे पास, व्यवस्था फेल
सुनील कुमार / सुपौल : इसे विभागीय लापरवाही कहें या उदासीनता। नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो चुकी है।
सुनील कुमार / सुपौल : इसे विभागीय लापरवाही कहें या उदासीनता। नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो चुकी है। बच्चे तो पास कर गए हैं लेकिन व्यवस्था फेल हो रही है। सरकारी स्कूलों में विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं है। एसएलसी के बिना कहीं भीर नामाकन संभव नहीं है। महज एक छोटी सी कमी के कारण बच्चों का दूसरे विद्यालयों में नामाकन कराने में मामला फंसने लगा है। मतलब बच्चे पास और व्यवस्था फेल। खासकर आठवीं कक्षा उत्तीर्ण बच्चे व उनके अभिभावकों की चिंता इस अव्यवस्था के चलते बढ़ चली है। इधर बच्चे हैं कि नए विद्यालयों में नामांकन को ले उत्सुक हैं, परन्तु विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र नहीं मिलने के कारण न ही उनका नामांकन हो पा रहा है और न ही वे विद्यालय पहुंच पा रहे हैं।
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कहां फंसा है मामला
शैक्षणिक सत्र का प्रारंभ वर्ष के अप्रैल माह को माना जाता है। मार्च माह में ही बच्चों का मूल्यांकन कर उन्हें अगली कक्षा में नामांकन हेतु विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र देना है। प्रमाण पत्र में बच्चों का सभी डाटा अंकित होता है और उसी डाटा को मानक मानकर अगली कक्षा में नामांकन होता है। इधर सत्र 2015-16 का अप्रैल माह बीतने को है, परन्तु विद्यालयों में यह प्रमाण पत्र नहीं रहने के कारण नहीं दिया जा रहा है। जिससे उत्तीर्ण छात्रों का नामांकन दूसरे विद्यालय में नहीं हो पा रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारी बताते हैं कि इस सत्र के लिए विभाग द्वारा टीसी फाइल उपलब्ध नहीं कराया गया। जिससे समस्या खड़ी हो गई है।
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कहते हैं बच्चे
आठवीं कक्षा के बच्चे सोनू कुमार, राजा कुमार, राजीव कुमार, पिन्टू कुमार, सातवंीं कक्षा के बच्चे गोलू कुमार, मिथुन कुमार, प्रिंस कुमार, आयुष कुमार कहते हैं कि नए विद्यालयों में नामांकन को लेकर मन में काफी उत्साह था। सत्र समाप्ति के बाद जब प्रधान के पास विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र लेने पहुंचा तो पहले कहा जाता रहा कि कुछ दिनों के बाद प्रमाण पत्र मिल जाएगा। लेकिन अब कहा जा रहा है कि विद्यालय में प्रमाण पत्र है ही नहीं, कहां से प्रमाण पत्र देंगे। जबकि नई कक्षा की पढ़ाई प्रारंभ हो चुकी है।
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-कोट
'नए सत्र के लिए टीसी फाइल विभाग द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया है। बच्चों का पढ़ाई और नामांकन बाधित न हो इसके लिए सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को पत्र निर्गत कर विद्यालय प्रधान को आदेश दिया जाए कि वर्ग उत्तीर्ण छात्रों को अपने लेटर पैड पर छात्रों का विवरण देकर संबंधित विद्यालयों को भेजा जाए। ताकि बच्चों का नामांकन हो सके।'
- जाहिद हुसैन
जिला शिक्षा पदाधिकारी, सुपौल