लावारिश अवस्था में नाले में मिली विकलांग बच्ची
सुपौल, जागरण संवाददाता:इसे बच्चे के प्रति माता-पिता की लापरवाही कहें, या फिर विकलांग अबोध बच्ची का भ
सुपौल, जागरण संवाददाता:इसे बच्चे के प्रति माता-पिता की लापरवाही कहें, या फिर विकलांग अबोध बच्ची का भार। स्थिति जो भी रही हो, लेकिन परिस्थिति मानवता को शर्मशार कर गई। बुधवार को कुछ ऐसा ही वाकया दिखा सदर अस्पताल परिसर में। जहां एक 3 वर्षीय विकलांग लड़की अस्पताल के गंदे नाला में पड़ी थी। यह तो उपर वाले का शुक्र बताइये कि किसी की नजर इस असहाय बच्ची पर पड़ी और इसकी खबर अस्पताल प्रशासन को दिया। तत्क्षण अस्पताल प्रशासन ने उस विकलांग बच्ची को नाली से बाहर निकाल कर उसका प्राथमिक उपचार किया। बच्ची की खोजबीन किसी के द्वारा नहीं करने पर अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना थाना को दिया और थाना ने इसकी सूचना बाल कल्याण समिति को दी। जानकारी अनुसार 3 वर्षीय विकलांग बच्ची अस्पताल परिसर के गंदी नाली में पड़ी थी। किसी की नजर बच्ची पर पड़ी और इसकी सूचना अस्पताल को दिया। अस्पताल के कर्मियों ने उस बच्ची को उठा कर नहा-धोकर प्राथमिक उपचार किया। तथा इसकी सूचना थाना को दी। थाना से आई पुलिस ने तत्क्षण इस लावारिश बच्ची की पड़ताल शुरू की। किसी के सामने नहीं आने के बाद इसकी सूचना स्थानीय बाल कल्याण समिति को दी गई। समिति के सदस्य भगवान जी पाठक ने आकर बच्चे का हाल चाल लिया और इसकी सूचना जिला बाल संरक्षण इकाई को दी। सूचना पर पहुंचे सहायक निदेशक दिलीप कुमार कामत ने बाल संरक्षण समिति के साथ विचार-विमर्श कर बच्ची को विशेष दत्तक अभिग्रहण सहरसा भेज दिया।