पंचायत प्रतिनिधियों के अधिकार के लिए होगा आंदोलन
सुपौल, जागरण संवाददाता: बिहार सरकार में त्रिस्तरीय पंचायती राज के प्रतिनिधियों की उपेक्षा के विरोध म
सुपौल, जागरण संवाददाता: बिहार सरकार में त्रिस्तरीय पंचायती राज के प्रतिनिधियों की उपेक्षा के विरोध में शनिवार को भाजपा पंचायती राज मंच के बैनर तले समाहरणालय के समक्ष भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय धरना दिया। धरना में वक्ताओं ने कहा कि बिहार सरकार दयनीय स्थिति में है। पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद एवं कांग्रेस से गलबहिया करके बिहार को जात-पात और पुन: जंगलराज की ओर ले जाने के लिए कमर कस चुके हैं। पंचायती राज को पंगु बनाने की साजिश चल रही है। ऐसे में भाजपा पंचायत राज मंच हाथ पर हाथ धर कर बैठने वाली नहीं है। इसके लिए पंचायत राज मंच आंदोलन करेगी। पंचायती राज मंच के जिलाध्यक्ष विजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित धरना कार्यक्रम को भाजपा जिलाध्यक्ष नागेन्द्र नारायण ठाकुर, जिला महामंत्री रणधीर ठाकुर, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्रवण चौधरी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गिरीश चन्द्र ठाकुर, महिला मोर्चा रंजू झा, योगेन्द्र रजक, महेश देव, राजधर यादव, सहवीर मांझी, माधव झा, सुखदेव मंडल, विनीत मिश्रा, उषा साह आदि ने भी संबोधित किया।
मुख्य मांगें
- पंचायत प्रतिनिधियों का वेतन व पेंशन हो लागू।
-त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का दायित्व के हिसाब से हो बीमा सुरक्षा की व्यवस्था।
-मनरेगा कार्यक्रम का संचालन वार्ड सदस्यों के नियंत्रण में हो।
- त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में संविधान के द्वारा प्रदत अधिकार को प्रशासनिक अतिक्रमण से किया जाए मुक्त।
-पंचायत प्रतिनिधियों को प्रदेश स्तर पर ठहरने के लिए पंचायत विश्रामालय भवन की हो व्यवस्था।