Move to Jagran APP

साहब! बासगीत पर्चे की जमीन से पड़ोसी बेदखल करने पर हैं आमदा

फोटो फाइल नंबर-20एसयूपी-15 कैप्शन-फरियाद सुनते जिलाधिकारी सुपौल, जागरण संवाददाता:तीस वर्ष पूर्व

By Edited By: Published: Thu, 20 Nov 2014 06:57 PM (IST)Updated: Thu, 20 Nov 2014 06:57 PM (IST)
साहब! बासगीत पर्चे की जमीन से पड़ोसी बेदखल करने पर हैं आमदा

फोटो फाइल नंबर-20एसयूपी-15

loksabha election banner

कैप्शन-फरियाद सुनते जिलाधिकारी

सुपौल, जागरण संवाददाता:तीस वर्ष पूर्व से मिली बासगीत पर्चे की जमीन से पड़ोसी बेदखल करने पर आमदा हैं हुजूर। मेरी झोपड़ी को पड़ोसी जबरदस्ती तोड़फोड़ करते हैं और जबरन मिट्टी भी काट लिए हैं। गुरुवार को जनता के दरबार में जिलाधिकारी कार्यक्रम में महेशुआ त्रिवेणीगंज से आये बालेश्वर मल्लाह ने अपनी फरियाद रखी। दरबार में कुल 111 आवेदन आए। जिसमें से 17 का निपटान दरबार में ही किया गया। फरियादियों की फरियाद सुनने उपरांत जिलाधिकारी ने संबंधित पदाधिकारियों को निष्पादन के दिशा-निर्देश दिए। झिल्ला-डुमरी भपटियाही से आई देवसुन्दी देवी ने अब तक वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिलने की शिकायत की। बोली कि पेंशन के लिए मैं कई बार कार्यालय का चक्कर लगा चुकी। किन्तु मेरी सुनने को कोई तैयार नहीं। वार्ड नंबर 9 सुपौल के अशोक कुमार चौधरी ने दरबार में गुहार लगाई की अवर निबंधन कार्यालय सुपौल में मौजे बौरहा शामिल लगान फकीरना अंचल राघोपुर पुराना खाता 2254 नया 485 निबंधित हुआ था। वह गलत तरीके से निबंधित हुआ था। यह जमीन सिलिंग वाद संख्या 121/76 में निर्णय पूर्व में उनके नाम हो चुका है। उन्होंने विक्रय पत्र केवाला को वर्णित तथ्यों के आलोक में रद्द करने की गुहार लगाई। हुलास राघोपुर से आई हमीदा खातुन ने बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय चकला हुलास उर्दू में महादलित अति पिछड़ा वर्ग हेतु तालीमी मरकज शिक्षा स्वयंसेवक पद हेतु आवेदन लिया गया था। उसकी सूचना आम लोगों को नहीं दी गई थी और इस पद पर मो. महफूज का नियोजन किया गया है। जो सामान्य कोटि से आते हैं। जबकि नियमावली के अनुसार इस पद पर केवल अत्यंत पिछड़ी जाति की महिला को प्राथमिकता दी जानी है। वहीं पीरगंज किशनपुर से आए सोएब आलम ने आग लग जाने के बावजूद अब तक सहायता राशि नहीं मिलने की शिकायत की। इसके अतिरिक्त दरबार में पेंशन, विद्यालय, आंगनबाड़ी, राशन कार्ड, स्वास्थ्य, बासगीत पर्चा आदि से जुड़े मामले आए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.