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धूमधाम से संपन्न हुई कलम दवात की पूजा

सुपौल,जागरण संवाददाता: सृष्टि के अच्छे बुरे सभी कर्मो का लेखा-जोखा रखने वाले भगवान चित्रगुप्त की पूज

By Edited By: Published: Sat, 25 Oct 2014 06:12 PM (IST)Updated: Sat, 25 Oct 2014 06:12 PM (IST)
धूमधाम से संपन्न हुई कलम दवात की पूजा

सुपौल,जागरण संवाददाता: सृष्टि के अच्छे बुरे सभी कर्मो का लेखा-जोखा रखने वाले भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना शनिवार को जिले के विभिन्न इलाकों में धूमधाम से की गई। हाथ में कर्म की किताब, कलम व दवात लिये चित्रगुप्त की प्रतिमा सार्वजनिक पूजा स्थल गांधी मैदान, कायस्थ टोला वार्ड नंबर 24 सुपौल, वार्ड नंबर 23 सुपौल, बसबिट्टी रामदत्तपट्टी सहित जिले के गणपतगंज, वीरपुर, प्रतापगंज, त्रिवेणीगंज, जदिया, जगतपुर, सरायगढ़, निर्मली, मरौना, कुनौली, छातापुर, बेरदह आदि जगहों पर स्थापित कर धूमधाम से पूजा-अर्चना की गई।

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कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाने वाला कलम दवात पूजा के नाम से विख्यात चित्रगुप्त पूजा के संबंध में वेद व पुरानों में भी जानकारियां मिलती है। ऐसा मानना है कि मनुष्य की आत्मा मृत्यु बाद जब यमराज के दरबार में जाती है तब वहीं उनके कर्मो का लेखा-जोखा होता है। भगवान चित्रगुप्त ही उनके कर्मो का लेखा-जोखा रखते हैं और जन्म से लेकर मृत्यु पर्यन्त जीवों के सभी कर्मो को अपनी पुस्तक में लिखते रहते हैं। जब जीवात्मा मृत्यु के पश्चात यमराज के समक्ष पहुंचता है तो उनके कर्मो को एक-एक कर सुनाते हैं और उसी के अनुरूप उन्हें फल मिलता है। भगवान चित्रगुप्त के संबंध में कहा जाता है कि वे परम पिता ब्रह्मा जी के अंश से उत्पन्न हुए हैं। सृष्टि की रचना के क्रम में देव, असुर, गंधर्व, अप्सरा, स्त्री, पुरुष, पशु-पक्षी आदि का ब्रह्मा ने सृजन किया। इसी क्रम में यमराज का भी जन्म हुआ। धर्मानुसार उन्हें जीवों को सजा देने का कार्य प्राप्त हुआ था। यमराज ने जब एक योग्य सहयोगी की मांग ब्रह्मा से की तो ब्रह्मा जी ध्यानलीन हो गये और एक हजार वर्ष की तपस्या के बाद एक पुरुष उत्पन्न हुआ। ब्रह्मा जी की काया से उत्पन्न होने के कारण कायस्थ कहलाया और नाम चित्रगुप्त पड़ा। इस दिन अक्षत, कुमकुम, सिंदूर, पुष्प, मिष्टान आदि से भगवान चित्रगुप्त की पूजा अर्चना की जाती है तथा अदरक व गुड़ के प्रसाद का वितरण किया जाता है। बुरे कर्मो के लिये क्षमा याचना की जाती है। स्थानीय सार्वजनिक पूजा स्थल गांधी मैदान में सेवानिवृत जिला एवं सत्र न्यायाधीश अमरनाथ सहाय अध्यक्ष, विनोद शंकर कर्ण, विजय कुमार श्रीवास्तव, श्याम प्रसाद वर्मा, सुबोध लाल दास उपाध्यक्ष, संतोष कुमार श्रीवास्तव सचिव, शारदा कुमार, सुशील कुमार दास, शशांक राज, रामचन्द्र दत्त संयुक्त सचिव, आदर्श चित्रगुप्त पूजा समिति कायस्थ टोला वार्ड नंबर 24 में अध्यक्ष दीपक सहाय, सचिव रत्‍‌नमाली, वहीं गोसाई पोखर स्थित चित्रगुप्त पूजा मंदिर में अध्यक्ष विरेन्द्र कुमार लाल, सचिव अंजन कुमार, उप सचिव नितेश मल्लिक एवं अमर कुमार की देखरेख में पूजनोत्सव का कार्य शांतिपूर्ण चल रहा है।


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