कोसी पीड़ितों ने दिया धरना
सुपौल, जागरण संवाददाता: वर्षो से कोसी विभीषिका से पीड़ित तटबंध के अंदर बसे लोगों ने कोसी के स्थाई निदान को लेकर सोमवार को कोसी पीड़ित नव निर्माण मंच के बैनर तले समाहरणालय के मुख्य द्वार पर धरना दिया। धरना के बाद आठ सूत्री मांगों का एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। धरना को संबोधित करते मंच के जिलाध्यक्ष सूर्य नारायण प्रसाद ने कहा कि कोसी बराज से कबीरपुर तक दोनों तटबंध के अंदर बसे करीब दस लाख की आबादी प्रत्येक वर्ष कोसी के तांडव का शिकार होती है। जिसमें जान-माल समेत संपत्ति का नुकसान होता है। क्यों नहीं इस कोसी का स्थाई निदान खोज कर इस तबाही से मुक्त करने के साथ-साथ कोसी पीड़ितों पर हर वर्ष खर्च किए जाने वाली सरकारी राशि का दुरूपयोग को समाप्त किया जाए। कहा कि अगर स्थाई निदान कर दिया जाता है तो न हम लोगों को कोई सहायता चाहिए और न ही सरकार द्वारा अन्य प्रदत सुविधाएं। धरना को मो. कयामुल, चन्द्रमोहन यादव, गुलाब प्रसाद यादव, अब्दुल सदन, मो. कसमुल खां, अब्दुल कसुम, उमेश राम, रामविलास पासवान, ललन मुखिया, राजकुमार साह, मो. कलीम, बालकुमार चौधरी, तपेश्वरी यादव, जगदीश प्रसाद यादव, मो.नौशाद रहमानी, मो रिजवान, मो.सुल्तान समेत कई अन्य लोगों ने भी संबोधित किया। मौके पर सैकड़ों तटबंध के अंदर बसने वाले लोग उपस्थित थे।
मुख्य मांगें
- कोसी नदी को बराज से लेकर कबीरपुर तक दोनों तरफ पक्कीकरण करवा कर शेष जमीन की सिंचाई के लिए छोटी-छोटी नहरें बनवाई जाए।
-कोसी नदी पर हाई डैम बनवाकर पानी से बिजली एवं नदी को नियंत्रित किया जाए।
-दोनों तटबंधों के भीतर कोसी नदी से प्रभावित आबादी को तटबंध के पूर्वी भाग में बसाया जाए।
-नदी जोड़ों योजना को लागू करवाई जाए।
- पुनर्वास की जमीन को बेचने से रोका जाए तथा कोसी प्रभावित लोगों को अर्जित पुनर्वास की जमीन पर बसाया जाए।
- तटबंध के पूर्वी भाग में बसाने के लिए तटबंध के भीतर जिनके पास जितनी जमीन है उतनी जमीन तटबंध के पूरब होनी चाहिए।