अंचलाधिकारी ने लिया बाढ़ प्रभावित गांवों का जायजा
किशनपुर(सुपौल),संवाद सूत्र : प्रखंड अंतर्गत कोसी तटबंध के भीतर विभिन्न पंचायतों में दो दिनों के भीतर हुई मूसलाधार बारिश एवं नेपाल से पानी छोड़े जाने से तटबंध के भीतर तबाही मचा दी है। कोसी नदी के जलस्तर बढ़ने से परसामाधो, नौआबाखर, बौराहा, मौजहा, दुबियाही सहित खखई, पीरगंज, मुरकुचिाया आदि दर्जनों गांवों के घरों में पानी घुसने से लोगों में अफरा-तफरी मच गई है। लोग घर छोड़ उंचे स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं। वहीं झखराही, तेलयारी आदि गांवों में विगत कई दिनों से जारी कटाव से अब तक लगभग 2 सौ घरों को अब तक कोसी नदी ने लीला है। हालात को बेकाबू होते देख शुक्रवार को अंचलाधिकारी ज्ञानेन्द्र झा एवं सरकारी कर्मियों ने एनडीआरएफ की टीम की सहायता से बौराहा, नौआबाखर, मौजहा पंचायत के कई गांवों में जाकर बाढ़ एवं कटाव से हो रहे तबाही का जायजा लिया। अंचलाधिकारी ने बाढ़ से लोगों के घरों में पानी घुसने, घर में रखे सामानों को नुकसान पहुंचाने के आलोक में प्रभावित गांवों के लोगों को घरों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर जाने अथवा बने राहत कैंपों में जाने का आग्रह किया। वहीं एनडीआरएफ की टीम ने भी बाढ़ पीड़ितों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया। डीएम के आदेश से सीओ ने चार विभिन्न स्थानों पर राहत कैंपों खोलने एवं बाढ़ कटाव पीड़ितों को तत्काल भेजने एवं ठहरने की व्यवस्था की। एनडीआरएफ टीम के इंस्पेक्टर अमरेश कुमार ने बताया कि गांवों से लोगों को निकालने के लिए 6 वोट लगाया गया है। टीम के अन्य लोगों में इंस्पेक्टर राजीव कुमार, संतोष कुमार, श्रीराम, चिंटू कुमार, एसके मिश्रा आदि शामिल थे।