सुपौल:कोसी का बढ़ा जलस्तर, तटबंधों के बीच जल प्रलय
सरायगढ़(सुपौल),संवाद सूत्र: गुरूवार की रात कोसी बराज से 3 लाख 60 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के कोसी प्रभावित इलाकों में लोगों के घरों तथा आंगन में दो से तीन फीट तक पानी भरा हुआ है। बाढ़ का पानी घर आंगन में जाने से सैकड़ों लोगों का अनाज तथा चूल्हा बह जाने की सूचना है। वहीं लगातार तीन दिनों से पानी में खड़े मवेशी भी बीमार पड़ने लगे हैं। बाढ़ का पानी सनपतहा उत्तर, ओरही पूरब, कटैया-भुलिया, भुलिया, ढ़ोली, सियानी, लौकहा पलार, बहुअरवा, तकिया, कड़हरी, कल्याणपुर पश्चिम, सिमरी पश्चिम, गढि़या उत्तर सहित अन्य गांवों में तीन दिनों से तबाही मचा रखा है। लोगों की फसल, जलावन तथा अनाज पानी में डूब गया है। प्रभावित गांवों से लोगों ने बताया कि उन लोगों के यहां चूल्हा नहीं जल रहा है। बाढ़ के स्थिति को देख गुरूवार तथा शुक्रवार को जिला पदाधिकारी एलपी चौहान, एसपी सुधीर कुमार पोरिका, एसडीओ विमल कुमार मंडल ने तटबंध व स्पर तथा गाइड बांध का लगातार निरीक्षण किया। डीएम के आदेश पर प्रभावित गांवों से निकले लोगों के बीच चूड़ा तथा गुड़ का वितरण शुरु किया गया है। गढि़या उत्तर गांव के सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों ने शुक्रवार को राहत नहीं मिलने के विरोध में एक घंटे तक एनएच 57 को जाम कर दिया। इसके बाद उन लोगों को राहत दी गई। उधर नदी के बीच गांव में बसे लोग अपने-अपने माल मवेशी को बाहर निकालने के लिए नाव की मांग करते रहे, लेकिन नाव नहीं मिला। प्रशासन द्वारा भेजे गए 16 नाव से ही लोग काम चला रहे हैं। बाढ़ के पानी से लोगों की स्थिति और ही खराब होती जा रही है। तटबंध, स्पर और अन्य उंचे स्थानों पर शरण ले रखे लोग घर नहीं लौट पा रहे हैं। लोग चौकी पर चौकी डाल समय बिता रहे हैं। शुक्रवार की रात घटा पानी शनिवार की सुबह से फिर बढ़ने लगा है।