Move to Jagran APP

'जीवन में सुख शांति के लिये अहंकार का नाश जरूरी'

By Edited By: Published: Tue, 01 Apr 2014 06:20 PM (IST)Updated: Tue, 01 Apr 2014 06:20 PM (IST)
'जीवन में सुख शांति के लिये अहंकार का नाश जरूरी'

सुपौल जागरण संवाददाता:चैत नवरात्रा व रामनवमी के अवसर पर श्री श्री 108 श्री महावीर स्थान, महावीर चौक के द्वारा स्थानीय पब्लिक लाईब्रेरी एण्ड क्लब के परिसर में श्री राम कथा का आयोजन किया गया। कथा के दूसरे दिन मंगलवार को बनारस से आए कथा वाचक मानस भाष्कर श्री विद्यासागर महाराज ने श्री राम जन्म कथा का वाचन किया। उन्होंने कथा वाचन के दौरान कहा कि मां जगत जननी पार्वती ने भगवान शंकर से राम चरितमानस में नौ प्रश्न किए। पहला प्रश्न किया कि निर्गुण-निरंकार से ब्रह्मा सगुण कैसे बनता है? कहा कि राम का अवतार किस लिए हुआ। राम का अवतार रावण को मारने के लिए नहीं हुआ। त्रेतायुग में तो एक रावण थे, लेकिन आज कलयुग में घर-घर में रावण भरा है। इस रावण को मारे बिना विश्व का कल्याण नहीं होगा। कहा कि जब तक व्यक्ति के जीवन का अहंकार रुपी रावण समाप्त नहीं होगा तब तक जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति नहीं हो सकती। राम का अवतार अपने भक्तों के लिए हुआ। कथा से पूर्व बनारस से आए कलाकार पं.मुकेश तिवारी, दिवाकर शास्त्री, सुमंत, राजमोहन तिवारी, कामेश्वर शास्त्री द्वारा भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। जिससे श्रद्घालु मंत्रमुग्ध हो उठे। आयोजकों ने बताया कि राम कथा का कार्यक्रम 8 अप्रैल तक चलेगा। कार्यक्रम के सफल संचालन में समिति के अध्यक्ष राम नारायण साह, उपाध्यक्ष लक्ष्मी राउत, सचिव मनोज कुमार साह, उप सचिव शिवेन्द्र ठाकुर, कोषाध्यक्ष महेश चौधरी, अंकेक्षक प्रमोद ठाकुर, राम उद्गार ठाकुर, राम कुमार चौधरी, नूनू कामत, संजीव सिंह सराहनीय योगदान दे रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.