अखंड सुहाग की कामना के लिए की गई वट सावित्री की पूजा
सिवान। जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण इलाकों में गुरुवार को जेठ अमावस्या के दिन सुहागिनों ने अखंड
सिवान। जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण इलाकों में गुरुवार को जेठ अमावस्या के दिन सुहागिनों ने अखंड सुहाग की कामना के लिए वट सावित्री की पूजा की।
सुबह स्नान करने के बाद नए कपड़े पहन तथा 16 श्रृंगार कर अपने घर के नजदीक स्थित वट वृक्ष की पूजा की तथा कच्चे धागे से 108 बार फेरी लगा अपने पुत्र और सुहाग की रक्षा तथा दीर्घायु की कामना की। आचार्यों से वट सावित्री व्रत से संबंधित कथा भी सुनी। नई बस्ती निवासी आचार्य शैलेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि प्रत्येक अमावस्या के दिन वट वृक्ष की पूजा करने से धन, वंश की वृद्धि होती है। सभी पापों का नाश होता है। कहा गया है कि मूले ब्रह्मा, त्वचा विष्णु, शाखाना शंकरमेव च पत्ते-पत्ते देवाना ऊं वासुदेवाय नम:। अर्थात मूल में ब्रह्मा, त्वचा में विष्णु, शाखा में शंकर तथा पत्तों में सभी देवताओं का वास होता है। इसलिए यह पूजा करने से सभी देवताओं की पूजा हो जाती है तथा श्रद्धालुओं को धन, वंश समेत सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। खासकर जेठ की अमावस्या का अलग ही महत्व है। यह पूजा महादेवा, मिशन, श्रीनगर, कचहरी रोड, फतेहपुर, स्टेशन रोड समेत अन्य जगहों में की गई। इसके अलावा भगवानपुर, महाराजगंज, दारौंदा, बसंतपुर, लकड़ी नबीगंज, आंदर, नौतन, जीरादेई, मैरवा, गुठनी, तरवारा, गोरेयाकोठी, सिसवन, हुसैनगंज, बड़हरिया समेत अन्य प्रखंडों में भी वट सावित्री पूजा की धूम रही।
मां शीतला एवं हनुमंत प्राण प्रतिष्ठा को ले कलश यात्रा आज
सिवान : जीरादेई प्रखंड के हसुआ गांव स्थित नवनिर्मित मंदिर परिसर में मां शीतला एवं हनुमंत प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ को ले शुक्रवार की सुबह साढ़े छह बजे कलश यात्रा निकाली जाएगी।
आयोजन समिति के सदस्य पूर्व मुखिया चंदन ¨सह ने बताया कि यह यज्ञ तीन जून तक चलेगा। इस दौरान रामलीला एवं रासलीला का भी मंचन किया जाएगा। यज्ञ में मानस मंदाकिनी सुश्री चंद्रा मिश्रा द्वारा संगीतमय प्रवचन किया जाएगा। यज्ञ के मुख्य पुरोहित पं. विनोद पाठक हैं। इसे सफल बनाने में पूर्व मुखिया समेत चंद्रभूषण तिवारी, चंद्रेश्वर ¨सह, कामेश्वर तिवारी, कृष्णा मिश्र, लक्ष्मण शर्मा, जवाहर बैठा, कृष्णा बैठा, दूधनाथ ¨सह, अर¨वद ¨सह सहित अन्य ग्रामीण लगे हुए हैं।