एसआइटी टीम ने की तीन घरों में डकैती की जांच
सिवान । दारौंदा थाना क्षेत्र के जलालपुर मठिया में 17 जुलाई की रात तीन घरों में हुई भीषण ड
सिवान । दारौंदा थाना क्षेत्र के जलालपुर मठिया में 17 जुलाई की रात तीन घरों में हुई भीषण डकैती के मामले में बुधवार की शाम एसआइटी की टीम ने गांव पहुंच कर जांच की। टीम ने डकैतों के घर में घुसने, अलमारी से कैसे तोड़ा, परिजनों को किस परिस्थिति में बंधक बनाए, लूट के बाद दक्षिण पश्चिम की दिशा में क्यों भागे, डकैतों की संख्या, उम्र, भाषा, लंबाई-चौड़ाई, उनके हाव भाव की विस्तृत जानकारी परिजनों से लिया। लूटे गए सामानों का एक-एक ¨बदु पर जायजा लिया। परिजन सह भाजपा मंडल अध्यक्ष विजय गिरि ने बताया कि एसआइटी टीम के पदाधिकारी विनय कुमार एवं मनोज कुमार के नेतृत्व में सभी घरों एवं स्थलों को गहराई से जांच की। उन्होंने कहा कि डकैतों गिरोह की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी होने का आश्वासन दिया। विदित हो कि 17 जुलाई 2017 की रात दारौंदा थाना क्षेत्र के जलालपुर मठिया निवासी विजय गिरि, उनके चाचा रामायण गिरि एवं बब्बन गिरि के यहां डकैतों ने परिजनों को हथियार के बल पर घंटों बंधक बना कर बारी-बारी से 20 लाख रुपये लूटे। विरोध करने पर सरोज देवी एवं मां सहित चार परिजनों गंभीर रुप से जख्मी कर दिया गया था। इसके बाद सांसद ओमप्रकाश यादव सहित विभिन्न दल के नेताओं ने डकैती कांड के उद्भेदन की मांग रखी थी।
एसपी से लगाई सुरक्षा की गुहार
दारौंदा (सिवान) : भाजपा के दारौंदा मंडल के पूर्वी अध्यक्ष विजय गिरि ने गुरुवार को एसपी के यहां सुरक्षा के गुहार लगाई है। दिए गए आवेदन में कहा गया है कि मेरे यहां 17 जुलाई की रात में डकैती के दौरान मुझे तलाश रहे थे। मेरी पत्नी सरोज देवी, मां एवं पिता रामाधार गिरि को बंधक बनाकर पूछा कि विजय गिरि कहां हैं। डकैती के दौरान मैं छत पर सोए हुए था। मैं छत से नीचे कूदकर पुलिस को सूचना दिया और अपनी जान बचाई। ऐसे में कभी भी कोई अप्रिय घटना की आशंका से भय का माहौल बना रहता है। इसलिए इस गांव में सुरक्षा के इंतजाम करने की मांग की।
आरोपी चोर की मौत के मामले में ग्रामीणों पर प्राथमिकी
दारौंदा (सिवान) : दारौंदा थाना क्षेत्र के सिरसांव में चोरी के आरोप में पकड़े गए चोर की मौत मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। इस मामले में सअनि अली अरशद खान के बयान पर दारौंदा थाना कांड संख्या 131/17 में प्राथमिकी दर्ज की है। मामले में सिरसांव नवका टोला निवासी संतोष वर्मा सहित 30-40 अज्ञात ग्रामीणों को आरोपी बनाया गया है। वहीं दूसरी तरफ सिरसांव निवासी संतोष के बयान पर भी पुलिस ने कांड संख्या 130/17 में दर्ज किया है। इधर पुलिस द्वारा चोर की मौत पुलिस हाजत में होने और गांव वालों को ही आरोपित बनाए जाने से गांव वालों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश है। बताते चले कि पकड़े गए चोर को की पिटाई ग्रामीणों द्वारा की गई थी जिससे उसकी स्थिति काफी नाजुक थी। बुधवार को पुलिस ने समय रहते उसका इलाज नहीं कराया और शाम में न्यायालय में हाजिर कराने के दौरान बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और गांव वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया है।