कृपया ओवरटेक न करें वरना..
सिवान। एनएच 85 को टू लेन बनाने का कई साल से लंबित कार्य अब तेज हो गया है। इस दौरान छपरा से
सिवान। एनएच 85 को टू लेन बनाने का कई साल से लंबित कार्य अब तेज हो गया है। इस दौरान छपरा से गोपालगंज जाने वाली इस पुरानी मुख्य सड़क का शीघ्र कायाकल्प होने की उम्मीद है। लेकिन फिलहाल इस सड़क से चलने वाले वाहनों के चालकों के लिए सड़क की दशा मुसीबतों का पहाड़ लेकर आई है। चालक अगर अतिरिक्त सावधानी न बरतें तो कदम-कदम पर दुर्घटना तय है। कारण, पुरानी सड़क के किनारे की मिट्टी निकाल ली गई है। कई जगह सड़कें खड्डानुमा हो गई है। दोनों ओर खाई की गहराई कहीं दो फीट तो कहीं तीन फीट है। सड़क निर्माण में सुरक्षा दृष्टिकोण की अनदेखी भी हो रही है। सड़क निर्माण कार्य होने के दौरान कहीं भी निर्माण कंपनी द्वारा सुरक्षा सतर्कता से संबंधित कोई बोर्ड नहीं लगाया गया है। ऐसे में बाहरी क्षेत्र से आने वाले वाहन के चालक को पूर्व से इस सड़क की स्थिति की जानकारी नहीं होने से दुर्घटना हो सकती है। सबसे अधिक खतरा ओवरटेक करने वाले वाहन के साथ हो सकती है। कई किलोमीटर तक यही हाल होने से पूरी सड़क ही ओवरटेक के लिहाज से खराब हो गई है।
दारौंदा से पचरुखी क्षेत्र में एनएच का निर्माण कार्य अभी तेज गति से चल रहा है। करीब एक सप्ताह पूर्व एक पिकअप वैन भी इस दौरान ओवर टेक के दौरान मछौती गाव के समीप सड़क के किनारे पलट कर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें चालक जख्मी हो गया था।
मानसून के पूर्व भरना होगा मिंट्टी
एनएच 85 का टू लेन बनाने जुटी कंपनी जीआर इन्फ्रा को यह ध्यान रखना होगा कि मानसून आने के पूर्व सड़क के सपोर्ट से हटाये गए मिट्टी को फिर से चौड़ा कर भरने का कार्य पूरा कर लें, अन्यथा बारिश होने के दौरान सड़क का पानी से कटाव होगा। इस समय में चलने वाली गाड़ियां भी मिट्टी धंसने से खाई में पलट सकती है।
डेढ़ वर्ष में पूरा होना है सड़क निर्माण का कार्य
छपरा से गोपालगंज तक टू लेन बनने वाली 94 किलोमीटर लंबी एनएच 85 को डेढ़ वर्ष में जीआर इंफ्रा कंपनी को सड़क निर्माण कार्य पूरा कर लेना है। एनएच का दोहरीकरण का कार्य होने से लोगों में काफी खुशी है कि अब इस सड़क का कायाकल्प हो जाएगा। सड़क चौड़ी होने और बीच में डिवाइडर होने से सड़क दुर्घटना में कमी आएगी।