अपना नामोनिशान मिटाने पर तुले लालू-नीतीश : शाहनवाज
साइकिल की सवारी के चक्कर में लालू और नीतीश अपना नामोनिशान मिटाने पर तुले हैं। जब विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा की बिहार में सरकार बनेगी तो उनका महाविलय इनके लिए महाप्रलय जैसा हो जाएगा।
सिवान। साइकिल की सवारी के चक्कर में लालू और नीतीश अपना नामोनिशान मिटाने पर तुले हैं। जब विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा की बिहार में सरकार बनेगी तो उनका महाविलय इनके लिए महाप्रलय जैसा हो जाएगा। ये बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने रविवार को सांसद ओम प्रकाश यादव के आवास पर प्रेसवार्ता में कही।
पटना में मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की रैली की तैयारी की समीक्षा के क्रम में सिवान आए शाहनवाज ने कहा कि महाविलय के बाद न तो लालू-नीतीश कुमार का नाम होगा, न इनकी पार्टी रहेगी और न ही चुनाव चिह्न। शायद इसी को नामोनिशान मिटाना कहते हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी थी तब नारा दिया गया था, नया बिहार नीतीश कुमार के साथ। लेकिन अब नीतीश फिर से पुराने बिहार की ओर ले जा रहे हैं। पटना में प्रस्तावित अमित शाह की रैली के बारे में उनका कहना था कि यह बिहार में एक नया अध्याय लिखेगी। सिवान के सभी विधानसभा क्षेत्रों से हजारों कार्यकर्ता पटना पहुंचेंगे।
बिहार के शिक्षा मंत्री पीके शाही द्वारा केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन नहीं दिये जाने की बात पर उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि बिहार के सीएम और शिक्षा मंत्री ने शिक्षा को स्तरहीन बनाकर रख दिया है। बिहार की प्रतिभा को शक की नजर से देखा जाएगा।