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झोलाछाप डॉक्टर ने बुझा दिया इकलौते चिराग को

रघुनाथपुर थाना क्षेत्र के नवादा गांव में गुरुवार की शाम एक झोला छाप डॉक्टर की लपरवाही से जीऊत मांझी के घर का इकलौता चिराग बुझ गया।

By Edited By: Published: Sat, 21 Jan 2017 03:05 AM (IST)Updated: Sat, 21 Jan 2017 03:05 AM (IST)
झोलाछाप डॉक्टर ने बुझा दिया इकलौते चिराग को
झोलाछाप डॉक्टर ने बुझा दिया इकलौते चिराग को

सिवान। रघुनाथपुर थाना क्षेत्र के नवादा गांव में गुरुवार की शाम एक झोला छाप डॉक्टर की लपरवाही से जीऊत मांझी के घर का इकलौता चिराग बुझ गया। साधारण बुखार में इस डॉक्टर द्वारा लगाए गए एक इंजेक्शन के बाद गो¨वदा (13) की मौत हो गई। हालांकि पुलिस ने आरोपी डॉक्टर रॉबिन विश्वास को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन परिवार सदमे से उबर नहीं पा रहा है।

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आरोपी डॉ. रॉबिन विश्वास बंगाल के व‌र्द्धवान जिला की रहने वाला है, जो करीब दो वर्ष से नवादा गांव में रह कर ग्रामीणों का

इलाज करता था। थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार ने बताया कि बच्चे की मौत के आरोप में चिकित्सक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इसकी डिग्री को जांच के लिए सिविल सर्जन के यहां भेजा जाएगा।

मृतक बालक की मां का रो-रोकर बुरा हाल

मां बुना देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। गो¨वदा तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। वह मध्य विद्यालय नवादा में चौथे वर्ग की छात्र था। छोटी बहन चार साल की काजल कुमारी, एक तीन माह की है। जीऊत मांझी ने पत्नी का इसी माह में 11 जनवरी को बंध्याकरण ऑपरेशन कराया था,

बुधवार को ही ऑपरेशन का टांका कटा था।

छात्र की मौत पर विद्यालय में मना शोक

नवादा उत्क्रमित उच्च विद्यालय की प्रधानाध्यापिका मीना कुमारी की नेतृत्व में शुक्रवार को शोक सभा आयोजित कर दो मिनट का मौन रखा गया और विद्यालय में छुट्टी कर दी गई। गो¨वदा मांझी की मौत से पूरा विद्यालय परिवार दुखी है। गो¨वदा इसी विद्यालय में चौथा वर्ग का छात्र था।

प्रत्येक गांव में हैं झोलाछाप चिकित्सक :

रघुनाथपुर प्रखंड के प्रत्येक गांव में झोलाछाप चिकित्सकों की भरमार है। उनके पास न कोई डिग्री है और न ही किसी प्रकार का प्रमाण पत।्र इसके बावजूद ग्रामीण इलाके में लोग कम खर्च के चलते इनसे धड़ल्ले से इलाज कराते हैं। इनकी प्रैक्टिस पर न ही स्थानीय प्रभारी, न ही जिला के किसी पदाधिकारी की नजर रहती है।

कहते हैं अधिकारी :

झोला छाप चिकित्सक से लोगों को इलाज नहीं कराना चाहिए। रघुनाथपुर रेफरल अस्पताल में एमबीबीएस चिकित्सक हैं। बहुत सुविधा है। लोगों को यहां आकर इलाज कराना चाहिए।

-डॉ. विजय साह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, रघुनाथपुर रेफरल अस्पताल।


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