केन्द्रीय विद्यालय में हिन्दी पखवारा का हुआ समापन
सिवान । केन्द्रीय विद्यालय सिवान में बुधवार को ¨हदी पखवाड़ा के समापन पर समारोह का आयोजन किया गया। कार
सिवान । केन्द्रीय विद्यालय सिवान में बुधवार को ¨हदी पखवाड़ा के समापन पर समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मुख्य अतिथि सुभाषचंद्र यादव उ़र्फ कवि जीशु पूर्व प्राचार्य दारोगा राय इंटर कालेज थे। उन्होंने बताया कि राजेन्द्र बाबू ने अपनी जीवनी में लिखा है कि संवैधानिक रूप से मैंने हिन्दी को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं दिला पाया। इस बात का मुझे आजीवन दु:ख रहेगा। उन्होंने
अंग्रेजी भाषा की तुलना मंथरा एवं पूतना से भी किया। उन्होंने यह भी कहा कि हिन्दी दिवस या पखवाड़ा मनाना हमारी मानसिक दासता का प्रतीक है। प्राचार्य श्री कर्मवीर ¨सह ने कहा कि ¨हदी दिवस या पखवाड़ा मनाने का उद्देश्य दिखावा करना नहीं है। हिन्दी राष्ट्रीय एकता की सूत्र धारिणी है। ¨हदी को राजभाषा का वास्तविक दर्जा दिलाने के लिए हमें अधिकतम कार्य हिन्दी में ही करना होगा। ¨हदी पीजीटी जालिम प्रसाद ने स्वागत भाषण में कहा कि हिन्दी राष्ट्रभाषा है, इसके लिए प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। लेकिन हिन्दी जब राष्ट्र की राजभाषा, जनसम्पर्क भाषा एवं राज्य की मातृभाषा हो सकती है तो राष्ट्र भाषा क्यों नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि जब राष्ट्र भाषा एवं राज भाषा की बात हो तब हमें प्रांतीय सीमाओं को लांघना होगा, नहीं तो राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हम भाषा विहीन हो जाएंगे। डा. उमेश पाण्डेय ने कहाकि हिन्दी ऐसी उदार भाषा है जो सभी भाषाओं के शब्दों को अपने में रचा, पचा और बसा लेने की क्षमता रखती है। इसमें न तो कोई छोटा होता है न बड़ा। अगर कोई एक अक्षर आधा होता है तो उसके सहारे के लिए दूसरे समर्पित भाव से उसका साथ देते हैं। हिन्दी पखवाड़े के अंतर्गत विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं कार्यालयी सदस्यों के लिए अनेक कार्यक्रम हुए जिसमें सभी ने बड़ चढ़ कर भाग लिया। विभिन्न फार्म एवं नेम प्लेट को द्विभाषी भी बनाया गया। इस अवसर पर जयराम यादव, अनीता शर्मा, टीएन पाठक, सुनील कुमार, डा.सोनाली वर्मा, राजीव रंजन, सुरेश पासवान, जितेन्द्र जी, विकास चंद मिश्रा, राना जी, गोपाल शरण, पवन कुमार एवं विद्यार्थी आदि मौजूद थे।