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सुविधाओं की कमी से बढ़ी उदासीनता

सिवान। बसंतपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित गांधी आश्रम परिसर में मंगलवार को आठवीं घंटी को लेकर अ

By Edited By: Published: Wed, 10 Feb 2016 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 10 Feb 2016 03:01 AM (IST)
सुविधाओं की कमी से बढ़ी उदासीनता

सिवान। बसंतपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित गांधी आश्रम परिसर में मंगलवार को आठवीं घंटी को लेकर आयोजित संगोष्ठी में प्राथमिक शिक्षक संघ के शिक्षकों, शारीरिक शिक्षकों आदि ने भाग लिया। इसमें सभी लोगों ने विद्यालय में आठवीं घंटी यानी खेल की घंटी पर अपने-अपने विचारों को साझा किया। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य प्रतिनिधि दीनानाथ पाण्डेय ने कहा कि खेल की मैदान नहीं होना और संसाधनों की कमी ने बच्चों को खेल से अलग कर दिया है। राज्य प्रतिनिधि हृदयानंद सिंह ने कहा कि बच्चों के सर्वागीण विकास हेतु गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के सथ खेल भी जरूरी है। इसके लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। प्रधानाध्यापिका निभा कुमारी ने कहा कि बच्चे खेल के लिए मचल जाते हैं, लेकिन खेल मैदान नहीं होने से खेल नहीं पाते। उनका विकास संपूर्ण नहीं हो पाता। सरकार को हर हाल में आठवीं घंटी की औचित्य बनाना चाहिए। जिला प्रतिनिधि राजेन्द्र प्रसाद ठाकुर का कहना था कि गांवों तथा विद्यालयों में प्रतिभा की कमी नहीं है। उन्हें तरासना होगा। बच्चों को खेल के लिए आवश्यक संसाधन की कमी दूर करना होगा। वहीं वशिष्ठ प्रसाद ने गुजरे जमाने को याद करते हुए कहा कि जब गांवों में बगीचे और परती पर तथा विद्यालयों में खेल खेलने की कमी नहीं थी। मौके पर रेयाज अहमद, संजय राम, राजेश चौधुरी, पंकज ओझा, सियाराम प्रसाद, रूपा मिश्रा, मीरा कुमारी आदि ने अपने-अपने विचारों को साझा किया।


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