बमबारी मामले में तीन चढ़े एसआइटी के हत्थे
जाटी, सिवान : सराय ओपी थाना क्षेत्र के चांप गांव में पूर्व उप मुखिया राजाराम साह पर बम से हुए हमले म
जाटी, सिवान : सराय ओपी थाना क्षेत्र के चांप गांव में पूर्व उप मुखिया राजाराम साह पर बम से हुए हमले में शामिल तीन और लोगों को एसआइटी ने दबोच लिया है। इन तीनों ने इस मामले में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की है। वहीं मुख्य अभियुक्त अब भी फरार है फरार मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी को पुलिस छापेमारी कर रही है।
इस मामले में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी विकास वर्मन के निर्देश पर एएसपी अशोक कुमार सिंह ने त्वरित कार्रवाई बल (एसआइटी) का गठन किया था। इसका नेतृत्व सुनील कुमार कर रहे थे। उनके साथ बड़हरिया थानाध्यक्ष एलएन महतो, मुफस्सिल थानाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह, नगर इंस्पेक्टर मनोज कुमार, मेराज अहमद शामिल थे। रविवार को अपने कक्ष में पत्रकारों से वार्ता करते हुए एएसपी श्री सिंह ने कहा कि शनिवार को एसआइटी को गुप्त सूचना मिली कि तीन शातिर अपराधी बड़हरिया थाना क्षेत्र के लौवान गांव स्थित काली मंदिर परिसर में बैठ कर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे है। सूचना के बाद वहां छापेमारी की गई तो तीनों दबोच लिए गए। उनके पास से देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस व चोरी की एक बाइक बरामद हुई है। पकड़े गए लोगों में दो चांप के रियाजुद्दीन मियां उर्फ राजू व जुनैद उर्फ छोटे मस्तान हैं। वहीं तीसरे की पहचान एमएचनगर थाना क्षेत्र के कबीरपुर गांव निवासी चंद्रमा यादव के पुत्र निर्भय कुमार यादव के रूप में हुई है। एसआईटी अब इस प्रकरण के मुख्य आरोपी सिवान निवासी राजकुमार की तलाश में है। उसी का विवाद राजाराम से चल रहा था। उसकी तलाश की जा रही है। शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
घायल अपराधी का इलाज करने में डाक्टर गिरफ्तार!
बमबारी के बाद भाग रहे अपराधियों में एक के पिस्टल की गोली से घायल होने पर उसका इलाज करने वाले चिकित्सक को भी पुलिस ने दबोच लिया है। बताया जा रहा है कि कमर में दबाकर रखी पिस्टल से चली गोली से एक अपराधी जख्मी हो गया था जिसके इलाज के लिए इनलोगों ने एक निजी चिकित्सक की मदद ली। मामले की तह तक जाने में जुटी पुलिस ने इस चिकित्सक को भी कब्जे में ले लिया है लेकिन पुलिस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है।
रियाजुद्दीन व मस्तान का है आपराधिक इतिहास
एसआईटी के हत्थे चढ़े रेयाजुद्दीन व छोटे मस्तान का अपराध से पुराना नाता है। दोनों कई बार जेल की हवा भी खा चुके हैं। निर्भय यादव के बारे में पुलिस का कहना है कि वह अभी अपराध में अपनी पैठ बना रहा था। एएसपी श्री सिंह ने तीनों के अपराधिक इतिहास का खुलासा करते हुए कहा कि रियाजुद्दीन बड़हरिया थाने में 2009-13 तक विभिन्न मामलों में वांछित था। वहीं हुसैनगंज में उसके विरूद्ध वर्ष 2013 हत्या का मामला दर्ज हुआ था। इसी तरह छोटे मस्तान पर सराय ओपी में लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज है। साथ ही हाल ही में हुए पूर्व उप मुखिया राजाराम साह पर बम से हमले में भी वह नामजद अभियुक्त बना था। दोनों पूर्व में कई बार जेल जा चुके है। निर्भय का कोई पुराना आपराधिक इतिहास नहीं मिला है।