जरीना कांड का आरोप पत्र न्यायालय में सुपुर्द
जासं, सिवान : शहर के मखदुम सराय मिसकार टोली में महावीरी मेले दिन हुई जरीना हत्याकांड का आरोप पत्र पु
जासं, सिवान : शहर के मखदुम सराय मिसकार टोली में महावीरी मेले दिन हुई जरीना हत्याकांड का आरोप पत्र पुलिस ने न्यायालय में सौंप दिया है। इस मामले में घटना के दिन से ही चार नामजद किशोर मंडलकारा सिवान में बंद है।
मालूम हो कि मिसकार टोली निवासी बेचू मियां उर्फ मन्ना अंसारी की पत्नी जरीना खातुन को 19 अगस्त को पड़ोस के ही अहसान उर्फ गोलू नामक किशोर ने बुलाया कि उसकी मां बुला रही है। इसके बाद जब जरीना उसके घर पहुंची तो पूर्व से ही वहां मौजूद तीन अन्य उसके दोस्तों ने दरवाजे को बंद कर दिया। इसके बाद टीवी आन कर उसका आवाज बढ़ा दिया कि उसके चिल्लाने की आवाज बाहर न जा सके। इसके बाद उसके साथ छेड़खानी करने लगे। विरोध करने पर सलमान उर्फ लगड़ा को चोटें भी लगी। जिसके विरोध में उसने हथौड़े से जरीना के सिर पर वार कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बाद में नामजद अभियुक्त गोलू की मां जो मुहल्ले के स्कूल में शिक्षिका है घर पहुंची। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ और आनन-फानन में नगर थाने के इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह व सराय ओपी प्रभारी शंभू नाथ सिंह घटना स्थल पर पहुंचे और मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका के पति के आवेदन के बाद घटना की ही रात में गोलू को पुलिस पूछताछ के लिए थाने ले आई। जहां उसने सारा राज उगल दिया। इसके बाद उसके तीनों दोस्तों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गुरूवार को पुलिस ने इस हत्याकांड का आरोप पत्र न्यायालय को सौंपा है। जिसमें चारों नामजद अभियुक्तों के विरूद्ध घटना को सत्य पाया है। वहीं दफा 376, 302, 201, 511 भा.द.वि के तहत आरोप पत्र अनुसंधानकर्ता ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में दिया है। बतातें चले कि चारों अभियुक्त मिसकार टोली निवासी अहसान उर्फ गोलू, सलमान उर्फ लंगड़ा, माधव उर्फ मो. सेराज व दखिन टोला निवासी सोनू उर्फ मोनू हैं।