कोचिंग संचालक की हत्या से गुठनी में रही सनसनी
संसू, गुठनी (सिवान) : कोचिंग संचालक की हत्या की सूचना मिलते ही पूरे गुठनी बाजार में सनसनी की स्थिति
संसू, गुठनी (सिवान) : कोचिंग संचालक की हत्या की सूचना मिलते ही पूरे गुठनी बाजार में सनसनी की स्थिति रही। साथ ही गुठनी चौराहे के आसपास के लोग आक्रोशित रहे। विरोध स्वरूप वाहनों को आड़े-तिरछे खड़ा कर जाम लगा दिया जिसे लेकर थोड़ी देर के लिए गुठनी-मैरवा मुख्य मार्ग पर आवागमन ठप रहा। मौके पर पहुंचे मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार ने लोगों से बात की और जाम हटवाया। प्रभारी थानाध्यक्ष अजय मिश्र वहां पहले से लोगों को समझाने में लगे थे। मैरवा व दरौली के थानाध्यक्षों की सदल बल मौजूदगी में लोगों को समझा-बुझाकर कर वाहनों को सड़क पर से हटवाया गया जिससे आवागमन शुरू हो सका।
हत्यारोपित के चौराहे पर पहुंचने पर हुई जानकारी
गुठनी चौराहे के लोगों को कोचिंग संचालक की हत्या की जानकारी तब हुई जब इस मामले में आरोपी अयोध्या यादव का छोटा पुत्र खून से लथपथ हाल में गुठनी चौराहे से गुजरा। लोगों ने उससे पूछा तो उसने पहले होली खेल लेने की बात कही। बाद में कहा कि मुकेश का काम तमाम हो गया। इसके बाद लोग भागते हुए मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक मुकेश के प्राण पखेरू उड़ चुके थे। इसके बाद लोगों ने परिजनों को सूचना दी। इसके बाद कोहराम मच गया। बताया गया है कि विजय हमले के क्रम में खुद भी घायल हो गया था।
डाक्टर के पास भी जाना था
परिजनों के मुताबिक मुकेश रोजाना सुबह नौ बजे के बाद ही घर से निकलता था। लेकिन शुक्रवार को बहन को चिकित्सक के पास दिखाने के लिए सुबह साढ़े सात बजे ही घर से निकल पड़ा। घर निकलने के वक्त बहन को यह कहकर पैदल चौराहे तक आने को कहा कि वहां कुछ काम है इसलिए वह निकल रहा है। बहन के घर से निकलने से पहले ही उसपर हमला हो गया।
मां-बाप का इकलौता बेटा था मुकेश
हत्या की खबर यूं तो सबको स्तब्ध करने वाली थी पर मृतक की मां सविता देवी का तो बुरा हाल था। अपने इकलौते बेटे की याद कर वह जार-जार रो रही थी। यही हाल मुकेश की दोनों बहनों कंचन व चंदन का था। उसके पिता नौकरी के सिलसिले में बाहर रहते हैं।
थाने पहुंचे हत्यारोपित होली खेलने की कह रहा था बात
मुकेश को भाला गोदने के क्रम में घायल हुआ विजय रास्ते में लोगों को होली खेल लेने की बात कह रहा था। उसके शरीर पर कई जगह घाव और उससे निकल रहा खून कई लोगों को चकित करता रहा। फिर भी सब उसकी बात नहीं समझ पा रहे थे। चौराहे पर जब लोगों ने माजरा समझा तो वे भागकर बाइक के पास पहुंचे। उधर जैसे ही विजय थाने पहुंचा, प्रभारी थानाध्यक्ष अजय मिश्र ने मामला समझ लिया। इसके बाद उसे हिरासत में लेते हुए इलाज के लिए भिजवाया साथ ही खुद भी घटनास्थल की ओर भागे।
मुकेश व विजय हुआ था झगड़ा
मुकेश की हत्या के वास्तविक कारणों का खुलासा देर शाम तक नहीं हो पाया। कई लोगों ने इसे गांव में वर्चस्व की लड़ाई कहा तो कई लोग माजरा समझ नहीं पा रहे थे। कई ग्रामीणों का कहना था कि किसी बात को लेकर कुछ दिन पहले मुकेश व विजय की झगड़ा हुआ था। लेकिन इसके बाद सबकुछ शांत हो गया था।
हाल की घटनाओं का दिखता रहा डर
गुठनी में एक के बाद एक हुई कई घटनाओं में पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई का डर इस हादसे के समय लोगों में साफ मिला। हत्या जैसी घटना के बाद लोगों ने गुठनी-मैरवा मुख्य मार्ग कुछ देर के लिए जाम तो किया पर सड़क पर भीड़ नहीं थी। लोगों ने वाहनों को आड़े तिरछे खड़ा किया था। सड़क पर वाहनों के पहिये रख दिए गए थे। संभवत: यही भय था कि जिससे पुलिस को जाम हटाने में मशक्कत नहीं करनी पड़ी। मालूम हो कि पिछले महीने एक किशोर व एक मासूम बालिका की हत्या के बाद मचे बवाल के बाद यहां कई दिनों तक अशांति का वातावरण रहा। जिस मामले में पुलिस ने गुठनी बाजार वासियों पर कार्रवाई की। इस घटना को लेकर गुठनी में दशहरा व बकरीद का पर्व नहीं मना था। लेकिन शुक्रवार को सरेआम हत्या के बाद भी लोग संयमित रहे।