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पूरे दिन चली शव की तलाश, नहीं मिला सुराग

By Edited By: Published: Mon, 22 Sep 2014 01:03 AM (IST)Updated: Mon, 22 Sep 2014 01:03 AM (IST)
पूरे दिन चली शव की तलाश, नहीं मिला सुराग

संसू, गुठनी (सिवान) : गुठनी पश्चिमी मुहल्ला निवासी आर्केष्ट्रा संचालक के अपहृत बेटे की हत्या कर शव को मेहरौना गंडक नदी में फेंकने की सूचना पर पटना से पहुंची एनडीआरएएफकी छह सदस्यीय टीम गंडक में रविवार को पूरे दिन मासूम का शव तलाशती रही। टीम ने मेहरौना से सिसवन तक नदी को खंगाल डाला, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चल सका। इसके बाद च्च्चे का शव नदी में मिलने की उम्मीदें लगभग खत्म हो गई हैं। टीम के सदस्यों ने बताया कि नदी की धारा तेज है और गहराई भी काफी है जिससे तेज धारा में इसके बहकर सरयू में मिल जाने की आंशका भी कम नहीं है। उधर मौके पर पहुंची फारेंसिक टीम को भी कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं मिल सकी। टीम आरोपी के घर बरामद कपड़े व पुल पर गिरे खून के धब्बे का सैंपल ले जांच कर रही है।

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उधर कृष्णा के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलने से परिजन व पुलिस दोनों ही परेशान दिखे। रविवार की दोपहर में पहुंची फारेंसिक की चार सदस्यीय टीम ने आरोपित के घर से उसके कपड़े व अन्य सामानों की जांच की। इसके बाद पुल पर पहुंचे वहां उन्होंने गिरे खून के धब्बे का सैंपल लिया और आसपास की टोह लेती रही। खबर लिखे जाने तक फारेंसिक टीम और एनडीआरएएफ की टीम शव की तलाश कर रही थी।

शक पर गिरफ्तार लोगों को पुलिस ने छोड़ा

मासूम कृष्णा का अपहरण कर पांच लाख रुपये की फिरौती मांगने की सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस ने शक के आधार पर पकड़े गए मंतोष के अलावा अन्य सभी तीन लोगों को छोड़ दिया है। छोड़े गए लोगों में रामू पटेल उर्फ भुअर, मंतोष का भाई संतोष व मोहित का भाई शामिल हैं। इन्हें गुठनी थाना पुलिस ने सिवान भेजा था लेकिन कड़ी पूछताछ के बाद इस मामले में इनकी सीधी भूमिका सामने नहीं आने पर उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं मंतोष को जेल भेज दिया गया है।

कहां गया हत्या में प्रयुक्त चाकू

कृष्णा के बारे में कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस के सामने ले देकर मंतोष का बयान ही है जिससे पता चल रहा है कि उसकी हत्या हो गई। मंतोष के मुताबिक उसने चाकू से गोदकर उसे मार डाला और नदी में फेंक दिया। रविवार को पुलिस उस चाकू की तलाश में भी जुटी रही जिससे हत्या की बात सामने आई लेकिन चाकू भी नहीं मिला।

रह-रह उठ रही चित्कार से माहौल गमगीन

गुठनी पश्चिमी मुहल्ले का माहौल अभी भी गमगीन है। कृष्णा की मां अब भी बेटे की एक झलक देखने के लिए बेताब है। वह बार-बार रो- रो कर यहीं कहे जा रही है कि उस मासूम ने क्या बिगाड़ा था, अगर जान ही लेनी तो मेरी ले लेता। इधर पिता भी बेटे को याद कर बार-बार रो पड़ते हैं। वह तो यहीं कह रहे थे कि जैसे भी हो पुलिस मेरे बेटे को मेरे सामने लाए।

कांग्रेस नेताओं ने की घटना की निंदा

ष्णा का अपहरण और उसकी हत्या करने की घटना की निंदा गुठनी प्रखंड के कांग्रेस नेताओं ने की है। प्रखंड अध्यक्ष खुर्शेद आलम ने कहा कि इस घटना में शामिल लोगों को प्रशासन सख्त से सख्त सजा दे और जिला प्रशासन पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलाए। निंदा करने वालों में रुदल यादव, विजय कुमार, डा. केशव तिवारी, संतोष कुमार शुक्ला, बद्री कुमार शुक्ला आदि लोग शामिल रहे।


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